रिम्स ने ED को सौंपा पंकज मिश्रा की गतिविधियों का सीसीटीवी फुटेज, जानें अब आगे क्या होगा
रिम्स प्रशासन ने मनी लाउंड्रिंग मामले में गिरफ्तार पंकज मिश्रा का सीसीटीवी फुटेज प्रवर्तन निदेशालय (इडी) को सौंप दिया है. करीब एक महीने की मशक्कत और इडी की टेक्निकल टीम के सहयोग से सीसीटीवी फुटेज को संग्रहित किया गया
रिम्स प्रशासन ने मनी लाउंड्रिंग मामले में गिरफ्तार पंकज मिश्रा का सीसीटीवी फुटेज प्रवर्तन निदेशालय (इडी) को सौंप दिया है. करीब एक महीने की मशक्कत और इडी की टेक्निकल टीम के सहयोग से सीसीटीवी फुटेज को संग्रहित किया गया. रिम्स सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पंकज मिश्रा के भर्ती रहने के चिह्नित स्थान का करीब एक टीबी (टेराबाइट) सीसीटीवी फुटेज इडी को दिया गया है.
अब इडी की टेक्निकल टीम सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आकलन कर आगे की रणनीति बनायेगी. जानकारी के अनुसार, पंकज मिश्रा के ट्रॉमा सेंटर और पेइंग वार्ड में भर्ती रहने के दौरान का फुटेज इडी को उपलब्ध कराया गया है. गौरतलब है कि रिम्स में इलाजरत पंकज मिश्रा द्वारा मोबाइल फोन से कई वरिष्ठ पदाधिकारियों से बातचीत करने का मामला उजागर होने पर इडी ने संबंधित लोगों से बातचीत की थी.
साथ ही रिम्स प्रशासन को सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था. निर्देश के बाद रिम्स की टेक्निकल टीम सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटी थी, लेकिन सफलता नहीं मिली. इसके बाद इडी की टेक्निकल टीम खुद रिम्स गयी और सीसीटीवी को संग्रहित करने में रिम्स की टीम काे सहयोग किया. संताल परगना में अवैध खनन मामले में अनुसंधान के दौरान इडी ने 19 जुलाई को पंकज मिश्रा को गिरफ्तार किया था. उनसे रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू हुई थी. इसी बीच उनकी तबीयत बिगड़ी और तब से ही वह रिम्स में इलाज करा रहा है. उनका इलाज सर्जरी विभाग के डॉक्टरों के अलावा मनोचिकित्सक की टीम कर रही है.
विष्णु अग्रवाल की इडी के सामने आज फिर पेशी
इडी ने बिल्डर सह कारोबारी विष्णु अग्रवाल को फिर 11 नवंबर को हाजिर होने का निर्देश दिया है. इस बार उन्हें संपत्ति और व्यापारिक गतिविधियों से संबंधित दस्तावेज लाने का निर्देश दिया गया है. सेना की जमीन की खरीद बिक्री के मामले में इडी की टीम ने व्यापारियों,अधिकारियों के ठिकानों पर छापामारी की थी. इसके बाद विष्णु अग्रवाल को पूछताछ के लिए हाजिर होने का निर्देश दिया था. इसके आलोक में वह नौ नवंबर को इडी कार्यालय में हाजिर हुए थे. पूछताछ के बाद 10 नवंबर को राहत देते हुए 11 नवंबर को हाजिर होने का निर्देश दिया गया है.