रांची, बिपिन सिंह. झारखंड की राजधानी रांची में राजभवन के पास धरना दे रहे दो और स्वास्थ्यकर्मियों की तबीयत बिगड़ गयी है. इन्हें अस्पताल ले जाया गया है. अनुबंध पर काम करने वाली एक महिला स्वास्थ्यकर्मी को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया, जबकि दूसरे अनुबंधकर्मी को एंबुलेंस नहीं मिलने की वजह से ऑटो में ले जाना पड़ा. जिन लोगों की तबीयत बिगड़ी है, उनमें एएनएम-जीएनएम संघ की अध्यक्ष वीणा कुमारी शामिल हैं.
वीणा कुमारी के अलावा एक और पारा मेडिकल कर्मी नवीन कुमार रंजन की भी तबीयत बिगड़ गयी. अस्पताल को फोन किया गया, लेकिन एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हो पाया. इसके बाद ऑटो से नवीन कुमार को अस्पताल पहुंचाया गया. इसके पहले भी तीन लोगों की तबीयत बिगड़ चुकी है. सभी को अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है. शुक्रवार को अनुबंध पर काम कर रहे पारा मेडिकल स्टाफ्स के आंदोलन स्थल पर कांग्रेस नेता इरफान अंसारी पहुंचे.
जामताड़ा के विधायक इरफान अंसारी के आंदोलन स्थल पर पहुंचने के बाद ‘इरफान अंसारी जिंदाबाद’ के नारे लगे. आंदोलनकारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की. अनुबंध पर काम करने वाले पारा मेडिकल कर्मियों ने ‘इंकलाब जिंदाबाद’, ‘हमारी मांगें जायज हैं’, ‘हमारी मांगें पूरी करो’ के नारे लगाये. इन्होंने ‘तानाशाही नहीं चलेगी’ के नारे भी लगाये.
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आंदोलन कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों ने कहा कि हमारे साथी बीमार पड़ रहे हैं. इनके लिए एंबुलेंस तक उपलब्ध नहीं कराया जा रहा. पूरी मेडिकल फैसिलिटी यहां उपलब्ध करायी जानी चाहिए. लेकिन, सरकार हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है. बता दें कि अनुबंध पर काम करने वाले 21 पारा मेडिकल स्टाफ ने आमरण अनशन शुरू किया था. इनमें से अब तक 5 की हालत बिगड़ चुकी है. सभी को अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है.
बता दें कि झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्साकर्मी संघ और झारखंड राज्य एनआरएचएम एएनएम-जीएनएम संघ के बैनर तले अनुबंध पर काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों ने 23 जनवरी को रक्तदान करने के बाद आमरण अनशन शुरू किया था. 26 जनवरी को एक महिला स्वास्थ्यकर्मी की तबीयत बिगड़ी, तो उसे जबरन अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
शुक्रवार (28 जनवरी) को दो और अनुबंधकर्मियों की सेहत बिगड़ गयी. लगातार आंदोलनकारियों की तबीयत बिगड़ती जा रही है. इसके साथ ही आंदोलन कर रहे उनके साथियों का आक्रोश भी फूट रहा है. इनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जायेगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. बता दें कि एनआरएचएम की ओर से अनुबंध पर नियुक्त किये गये चिकित्साकर्मी अपनी सेवा को स्थायी करने समेत कई मांग के समर्थन में आंदोलन कर रहे हैं.