पारा शिक्षकों के आंदोलन पर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की दो टूक, प्रेशर से कुछ नहीं होता
Jagarnath Mahto on Para Teachers: शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने साफ कर दिया है कि प्रेशर से कुछ नहीं होता. जो नियम है, उसी के मुताबिक सब काम होगा. सरकार ने पारा शिक्षकों के वेतन में एकमुश्त 50% तक की वृद्धि की. पारा शिक्षकों, झारखंड की शिक्षा व्यवस्था पर भी जगरनाथ महतो ने कई बातें कहीं.
Jagarnath Mahto on Para Teachers: स्थायीकरण की मांग पर झारखंड के पारा शिक्षकों (Para Teachers) ने एक बार फिर आंदोलन शुरू कर दी है. पारा शिक्षकों का आंदोलन सरकार पर दबाव बनाने के लिए है. लेकिन, शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने साफ कर दिया है कि प्रेशर से कुछ नहीं होता. जो नियम है, उसी के मुताबिक सब काम होगा. सरकार ने पारा शिक्षकों के वेतन में एकमुश्त 40-50 प्रतिशत की वृद्धि कर दी है. पारा शिक्षकों के आंदोलन और झारखंड की शिक्षा व्यवस्था पर भी जगरनाथ महतो (Education Minister Jagarnath Mahto) ने कई बातें कहीं. उन्होंने कहा कि हमने पारा शिक्षकों के हक में कई फैसले लिये. 50 हजार शिक्षकों की बहाली का रास्ता साफ कर दिया है. उन्होंने कहा कि जल्दी ही सरकारी स्कूलों की व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन देखने को मिलेगा. मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि कुछ दिनों में यह स्थिति आयेगी कि प्राइवेट स्कूल की तरह लोग सरकारी स्कूलों में भी नामांकन के लिए पैरवी करेंगे.
On the demand of permanentization, para teachers of Jharkhand have started agitation once again. The movement of para teachers is to put pressure on Hemant Soren government. But, JMM leader and Education Minister Jagarnath Mahto has made it clear that nothing can be earned by pressure. Whatever is the rule, everything will be done according to that. UPA government of Jharkhand has increased the salary of para teachers by 40-50 percent. It never happened in India. Only jharkhand govt didi this. Jagarnath Mahto also spoke on several issues including agitation of para teachers and the education system of Jharkhand. We have cleared the way for the recruitment of 50,000 teachers. He said that soon a radical change will be seen in the education system in Jharkhand and government schools. I assure you that in a few days this situation will come that people will lobby for admission in government schools like private schools.