भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने झारखंड की राजधानी रांची में सूबे के मुख्यमंत्री पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जमीन हड़पने के लिए अपने माता-पिता के नाम बदले जा रहे हैं. शनिवार (28 अक्टूबर) को झारखंड बीजेपी की ‘संकल्प यात्रा’ के समापन पर आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने कहा, ‘मैं खुले मंच से आरोप लगा रहा हूं कि यहां के मुख्यमंत्री अपने नाम से जमीन आवंटित करते हैं. टेंडर अपने नाम करवाते हैं. अपने माता-पिता का इस्तेमाल करते हैं.’
जेपी नड्डा ने कहा कि झारखंड में मंदिर टूट रहे हैं, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है. शिव बारात को रोका जा रहा है. यहां तुष्टिकरण की राजनीति हो रही है. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि जब रघुवर दास की सरकार थी, नक्सली घटनाएं नहीं थीं. लेकिन, झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की सरकार बनते ही ये घटनाएं बढ़ने लगीं. महिलाओं का उत्पीड़न भी बढ़ने लगा. ऐसे में सही समय पर ये संकल्प यात्रा निकाली गई. जेपी नड्डा ने कहा, ‘मैं आपको बता दूं कि जिस लेवल पर यहां लैंड स्कैम हुआ है, वह बहुत बड़ा है. महिलाओं का उत्पीड़न भी काफी बढ़ा है. आप सब मिलकर बीजेपी की सरकार बनाइए, आपको इन सब चीजों से मुक्ति मिलेगी.’
इससे पहले उन्होंने कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि भगवान बिरसा मुंडा की पवित्र भूमि पर संकल्प यात्रा के समापन में शामिल होने का मौका मिला है. यहां की भीड़ देखकर, लोगों का उत्साह देखकर लग रहा है कि लोगों ने संकल्प ले लिया है कि झारखंड में अगली बार कमल खिलाना है. जेपी नड्डा ने कहा कि हम जानते हैं कि आदिवासियों की चर्चा बहुत लोगों ने की, लेकिन भगवान बिरसा मुंडा की जन्मतिथि को अगर किसी ने जनजातीय गौरव दिवस बनाया, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनाया.
अलग झारखंड की मांग लंबे समय से थी, लेकिन झारखंड बनाने की पहल किसी ने नहीं की. ये केवल अटल बिहारी वाजपेयी थे, जिन्होंने अलग झारखंड की स्थापना की. झारखंड की संस्कृति को संरक्षित करने का काम अगर किसी ने किया, तो वह भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने किया है. जेपी नड्डा ने कहा कि मैं जब भी हेमंत सोरेन की बात सुनता हूं, तो समझ आता है कि इन्होंने केवल वोट की राजनीति की है. आदिवासी वोट का इस्तेमाल किया है.
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा- मैं ये कहना चाहता हूं कि संकल्प यात्रा के तहत हमने अपना संकल्प दोहराया है. हमें मालूम हो गया है कि जनता बीजेपी को वापस लाना चाहती है. ये ऐसी सरकार है, जहां महिलाओं का सम्मान नहीं है. यहां के मुख्यमंत्री के पीछे ईडी पड़ी है और मुख्यमंत्री भाग रहे हैं. यहां जमीन घोटाले वाले, कोयला घोटाला वाले रहते हैं. ऐसी सरकार का जाना तय है. उन्होंने कहा कि यहां की सरकार को पता होना चाहिए कि हम सरकार में आएंगे, तो जनता की भलाई करेंगे.