परिमल नाथवानी आंध्रप्रदेश से जायेंगे राज्यसभा, वाईएसआर कांग्रेस ने चार प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की
parimal nathwani to enter rajya sabha from andhra pradesh : आंध्रप्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस ने राज्य की चार राज्यसभा सीटों पर 26 मार्च को होने वाले चुनाव के लिए परिमल नाथवानी सहित चार प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी. परिमल मौजूदा समय में झारखंड से निर्दलीय राज्यसभा सदस्य हैं और नौ अप्रैल को उनका कार्यकाल पूरा हो रहा है.
रांची/अमरावती : झारखंड से दो बार राज्यसभा के सांसद रहे परिमल नाथवानी इस बार आंध्रप्रदेश से उच्च सदन जायेंगे. आंध्रप्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस ने राज्य की चार राज्यसभा सीटों पर 26 मार्च को होने वाले चुनाव के लिए परिमल नाथवानी सहित चार प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी. परिमल मौजूदा समय में झारखंड से निर्दलीय राज्यसभा सदस्य हैं और नौ अप्रैल को उनका कार्यकाल पूरा हो रहा है.
वाईएसआर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उम्मारेड्डी वेंकटेश्वरलु ने बताया कि द्विवार्षिक राज्यसभा में चुनाव में उप मुख्यमंत्री पी सुभाष चंद्र बोस, मंत्री मोपीदेवी वेंकट रमना और रियल ईस्टेट कारोबारी अल्ला अयोध्या रमी रेड्डी पार्टी के अन्य प्रत्याशी होंगे. नाथवानी ने आंध्रप्रदेश से राज्यसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी बनाये जाने पर मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी और पार्टी को धन्यवाद दिया.
उम्मरेड्डी वेंकटेश्वरलु द्वारा राज्यसभा के लिए नाथवानी के नाम की घोषणा के बाद उन्होंने कहा, ‘मैं आंध्रप्रदेश के लोगों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हूं.’ उल्लेखनीय है कि 29 फरवरी को रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी ने मुख्यमंत्री जगन से उनके आवास पर मुलाकात की थी. इस मौके पर अंबानी के साथ उनके बेटे अनंत अंबानी और नाथवानी भी थे. नाथवानी आरआईएल के सीनियर ग्रुप प्रेसीडेंट हैं.
नाथवानी की उपस्थिति के बाद कयास लगाये जा रहे थे कि बंद कमरे में हुई यह बैठक राजनीतिक थी. इस बैठक के बारे में वाईएसआर कांग्रेस ने कोई बयान नहीं दिया, लेकिन बाद में मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने अंबानी के साथ शिक्षा एवं स्वास्थ्य से जुड़ी राज्य सरकार की योजनाओं में रिलायंस के सहयोग पर चर्चा की.
हालांकि, पार्टी ने सोमवार को उन कायासों से इन्कार किया कि नाथवानी को भाजपा की ओर से राज्यसभा की सीट दी गयी है. उम्मारेड्डी ने कहा कि इससे भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है. सूत्रों ने बताया कि वाईएसआर कांग्रेस सरकार ने राज्य विधानसभा परिषद को खत्म करने का फैसला किया है और पार्टी ने दो राज्यसभा सीटें बोस और रमना को दी है, क्योंकि पार्टी गठन के वक्त से ही वे जगन के साथ हैं.
उल्लेखनीय ही कि रमना को वर्ष 2012 में किसी चीज के बदले में किसी को फायदा पहुंचाने के मामले में जगन के साथ गिरफ्तार किया गया था और बाद में उन्हें जमानत मिली. आंध्रप्रदेश विधान परिषद के भंग होने के बाद बोस और रमना को मंत्रिमंडल छोड़ना पड़ता. आंध्रप्रदेश की कुल 11 राज्यसभा सीटों में चार सीटें मौजूदा सदस्यों का कार्यकाल पूरा होने के बाद नौ अप्रैल को खाली हो रही हैं.
आंध्रप्रदेश विधानसभा में वाईएसआर कांग्रेस के अपने 151 सदस्य हैं और तेलुगु देशम पार्टी और जन सेना के तीन बागी विधायक का उसे समर्थन हासिल है. ऐसे में माना जा रहा है कि वाईएसआर कांग्रेस आसानी से चारों सीटों पर जीत दर्ज कर लेगी. इसके साथ ही राज्यसभा में पार्टी के सदस्यों की संख्या दो से बढ़कर छह हो जायेगी. चार सीटों के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 23 मार्च है और जरूरत पड़ने पर 26 मार्च को मतदान होगा.