आज ही के दिन 2001 में संसद पर आतंकी हमला हुआ था. सुबह में सांसदों ने उस घटना में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद संसद की कार्यवाही में शामिल हुए. शून्यकाल चल ही रहा था. सब कुछ सामान्य था, लेकिन अचानक दृश्य बदल गया, दो युवक दर्शक दीर्घा में कूद पड़े. अचानक लोकसभा में अफरा-तफरी मच गयी. युवक स्पीकर की ओर कूदते हुए जा रहे थे. सदन के अंदर झारखंड के सांसद मौजूद थे. सांसदों ने दृश्य को देखा. कुछ समझ नहीं आ रहा था. संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक थी. पेश है, झारखंड के सांसदों की आंखों देखी रिपोर्ट.
पहले सांसदों ने ही पकड़ा, फिर मोर्चा संभाल लिया सुरक्षाबलों ने : डॉ निशिकांत दुबे
गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा : सिरफिरे लोग थे. पब्लिसिटी के लिए किया होगा या कराया गया होगा. कोई दर्शक दीर्घा से ही कूद जाये, तो क्या किया जा सकता है? लोकसभा स्पीकर ने चार स्तर पर संसद की सुरक्षा व्यवस्था करायी है. पूरे मामले में सबसे महत्वपूर्ण बात है कि देश ने सांसदों का साहस देखा. युवक जब हॉल में कूदे, तो सांसदों ने ही लपक कर पकड़ा. कोई छिपने-भागने में नहीं था. क्या महिला, क्या पुरुष, सभी सांसद डटे थे. देश को सुकून होगा कि हमारे सांसद बहादुर हैं. लोकसभा के स्पीकर भी चेयर पर नहीं थे, लेकिन सूचना के साथ ही वह भागते हुए आये. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी अपने कमरे में थे, लेकिन वह तुरंत पहुंचे. जिसे सूचना मिली, वह सभी भागे. सुरक्षा बलों ने मोर्चा संभाल लिया.
स्पीकर के पास जाना चाहता था युवक : विद्युत
जमशेदपुर के भाजपा सांसद विद्युत वरण महतो ने बताया कि घटना चकित करनेवाली है. मालदा से भाजपा के सांसद खगेंद्र मुर्मू शून्यकाल में बोल रहे थे. इसी बीच दर्शक दीर्घा से एक युवक पीछे की सीट पर सीधा कूदा. दूसरा लटक के कूदने की कोशिश कर रहा था. युवक कूद कर स्पीकर की ओर बढ़ रहा था. तब लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला अपने आसन पर नहीं थे. सभापति राजेश अग्रवाल सभा की कार्यवाही चला रहे थे. सांसदों ने ही युवक को पकड़ा. इसके बाद सुरक्षाकर्मी के हवाले कर दिया गया. इसके बाद तुरंत सदन के बाहर और भीतर सुरक्षा बलों ने मोर्चा संभाल लिया.
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पीछे से तेज आवाज आयी और भागता दिखा युवक : गीता कोड़ा
सिंहभूम की कांग्रेस सांसद गीता कोड़ा ने कहा कि आज हम बाल-बाल बच गये. जीरो ऑवर चल रहा था. अचानक पीछे से तेज आवाज आयी. दो लोग दर्शक दीर्घा से नीचे कूदे. शोर करने लगे. फिर भागने लगे. हमारी सीट की बगल वाली कतार से एक ने जंप किया. टेबल पर चढ़ गया और भागने की कोशिश करने लगा. इसी बीच उसने अपना जूता खोलना चाहा, लेकिन वह खोल नहीं पाया. इससे पहले कि वह जूता खोल पाता, सुरक्षाकर्मियों और सांसदों ने मिल कर उसे धर दबोचा. ये लोग विजिटर के रूप में संसद भवन में दाखिल हुए थे. यह बेहद गंभीर मामला है. युवकों ने जूते में स्मोक क्रैकर छिपा रखे थे. एक ने तो उसे फोड़ दिया. दूसरा युवक अपने जूते से उसे निकाल ही नहीं पाया.
संसद भवन में धुआं देख मची अफरा-तफरी सांसदों ने दोनों को पकड़ लिया : चंद्रप्रकाश
गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने संसद भवन में बुधवार को हुई घटना को लेकर कहा कि यह सुरक्षा में बड़ी चूक है. सांसद श्री चौधरी ने बताया कि सदन की कार्यवाही चल रही थी, दोपहर एक बजे दर्शक दीर्घा से दो युवक नीचे कूद गये. इस दौरान युवकों के द्वारा फेंके गये स्मोक क्रैकर से धुआं उठने लगा. इसको देख सदन में थोड़ी देर के लिए अफरा-तफरी मच गयी. दोनों युवकों को सांसदों ने पकड़ कर सुरक्षा कर्मियों के हवाले कर दिया. उन्होंने सांसद द्वारा दिये गये विजिटर पास के संदर्भ में कहा कि वह लोग विजिटर पास के माध्यम से अंदर तो गये, लेकिन सामान लेकर दोनों ने अंदर कैसे प्रवेश किया, यह सुरक्षा पर बड़ा सवाल है. उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी.
घटना सोची-समझी साजिश का हिस्सा : विजय हांसदा
राजमहल से झामुमो सांसद विजय हांसदा ने घटना को सोची-समझी साजिश का हिस्सा करार दिया है. उन्होंने कहा कि जिस वक्त यह घटना घटी, उस वक्त वह सदन में मौजूद नहीं थे. परंतु यह देश के लोकतंत्र की सबसे बड़ी संस्था में पूरी तरह से सुरक्षा में चूक का मामला है. यह जांच का विषय है कि आखिर इन दोनों व्यक्तियों का पास कैसे जारी किया गया? महत्वपूर्ण बात यह भी है कि घटना उसी तिथि को हुई है, जिस तिथि को सदन में आतंकी हमला हुआ थाऐसे में यह बड़ी साजिश हो सकती है. घटना के बाद लोकसभा में सर्वदलीय बैठक बुला कर इस मुद्दे पर विचार विमर्श किया गया.
जांच जारी, जल्द सामने आयेंगे दोषी : वीडी राम
पलामू के भाजपा सांसद वीडी राम ने कहा कि लोकतंत्र के सबसे बड़ी संस्था में हुई घटना की जांच चल रही है. पता चलेगा कि इसमें कौन-कौन लोग शामिल हैं. जल्द ही साजिश करनेवाले भी बेनकाब होंगे. हालांकि, जिस वक्त यह घटना हुई, उस वक्त मैं सदन में मौजूद नहीं था. बाद में मुझे इसकी जानकारी मिली. सदन के दर्शक दीर्घा में पास के माध्यम से ही आमलोगों का प्रवेश होता है. लेकिन जो युवक चलती लोकसभा में दर्शक दीर्घा से कूद कर सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती दी, उनको भीतर आने का पास कैसे जारी हुआ, इसकी भी जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि घटना के बाद लोकसभा में सर्वदलीय बैठक बुलाकर इस मुद्दे पर विचार-ेविमर्श किया गया.