रांची : मांडर विधायक बंधु तिर्की ने कहा कि किसी भी धर्म, मान्यता व परंपरा के साथ छेड़छाड़ नहीं होना चाहिए. सभी की भावनाओं का ख्याल रखना चाहिए. सरना धर्म कोड की मांग पुरानी है़. हेमंत सोरेन सरकार से लोगों की उम्मीद है़ कि सरकार इसे संज्ञान में ले और सरना धर्म कोड का प्रस्ताव विधानसभा से पारित करे. केंद्र सरकार को इसकी मान्यता के लिए आग्रह किया जाना चाहिए.
शनिवार को श्री तिर्की के आवास पर आदिवासी सरना समाज, आदिवासी विकास परिषद, पड़हा सरना प्रार्थना सभा सहित कई संगठन के लोग जुटे थे. श्री तिर्की ने कहा कि सरना धर्म स्थल से राम मंदिर निर्माण के लिए मिट्टी ली जा रही है़. इस कार्यक्रम से पहले समाज के अंदर सहमति की जरूरी थी. लोगों की भावना का ख्याल किया जाना चाहिए था. उन्होंने कहा कि आदिवासी परंपरा, धार्मिक स्थल की चिंता किसी को नहीं है़. सरना स्थल पर कब्जा हो रहा है़. आदिवासियों की जमीन लूटी जा रही है, लेकिन इसको लेकर गंभीरता नहीं है़. श्री तिर्की ने कहा कि आदिवासियों की समस्या के निपटारा के लिए ट्रिब्यूनल का गठन होना चाहिए.
इस ट्रिब्यूनल में आदिवासियों की समस्याअों का निदान हो. जमीनी से लेकर दूसरे मामले की समय-समय पर समीक्षा होनी चाहिए. बैठक में सरना समाज के नारायण उरांव, कंदरशी मुंडा, रवि तिग्गा, संजय कुजूर, पवन तिर्की, अनिल तिग्गा, सुनील मुंडा, हेमंत गाड़ी, सुनीता कच्छप, मानो कच्छप आिद शामिल थे.