रिम्स में ब्लड जांच के लिए अब नहीं भटकेंगे परिजन, बनेंगे 23 कलेक्शन सेंटर

रिम्स में ब्लड जांच के लिए अब मरीज और परिजनों को विभागों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. अस्पताल परिसर में 23 जगह चिह्नित किये गये हैं. वर्तमान में मरीज और परिजन ब्लड सैंपल लेकर जांच घर का चक्कर लगाते रहते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | June 20, 2023 9:35 AM
an image

रिम्स में ब्लड जांच के लिए अब मरीज और परिजनों को विभागों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. ब्लड सैंपल लेने और उसे जांच सेंटर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी रिम्स के पारा मेडिकल कर्मियों की होगी. भर्ती मरीजों को डॉक्टर राउंड देते समय जैसे ही जांच का परामर्श देंगे, पारा मेडिकल कर्मी वहां पहुंचकर ब्लड का सैंपल ले लेंगे. सुबह सैंपल लेने के बाद शाम को जांच रिपोर्ट देने की जिम्मेदारी भी मेडिकल कर्मियों की होगी. इसके लिए अस्पताल परिसर में 23 जगह चिह्नित किये गये हैं. वर्तमान में मरीज और परिजन ब्लड सैंपल लेकर जांच घर का चक्कर लगाते रहते हैं.

वहीं, ओपीडी परिसर में भी दो से तीन ब्लड कलेक्शन सेंटर बनाया जायेगा. यहां ओपीडी में डॉक्टरों द्वारा जांच का परामर्श देने पर ब्लड सैंपल देने की सुविधा होगी. सैंपल लेने के साथ-साथ यहां पर रिपोर्ट भी मुहैया करायी जायेगी. उम्मीद है कि यह सुविधा जुलाई के प्रथम सप्ताह से शुरू हो जायेगी. इसको इसी महीना शुरू करना था, लेकिन पारा मेडिकल स्टूडेंट का सत्र खत्म होने के कारण यह शुरू नहीं हो पाया है.

जहां मरीजों की भीड़, वहां दो कलेक्शन सेंटर

जिस विभाग के वार्ड में मरीजों का लोड ज्यादा है, वहां दो ब्लड कलेक्शन सेंटर स्थापित किया जायेगा. मेडिसिन, न्यूरो सर्जरी, सर्जरी, हड्डी, कार्डियोलॉजी, शिशु विभाग और गाइनी विभाग में ब्लड कलेक्शन सेंटर की संख्या ज्यादा होगी. इस संबंध में रिम्स के प्रभारी निदेशक डॉ राजीव गुप्ता ने बताया कि मरीज और उनके परिजन ब्लड जांच के लिए सैंपल लेकर घूमते रहते हैं. गांव से आये मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है, क्योंकि वह पढ़े-लिखे नहीं होते हैं. इसी को ध्यान में रखकर वार्ड और ओपीडी परिसर के लिए 23 ब्लड कलेक्शन सेंटर खाेलने का निर्णय हुआ है. सैंपल लेने और रिपोर्ट देने की जिम्मेदारी पारा मेडिकल स्टूडेंट को दी जायेगी.

Also Read: झारखंड में सात साल बाद शुरू हुई शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया, 26001 पदों पर होगी बहाली
कैंसर विभाग में आंख के ट्यूमर की सर्जरी

रिम्स के कैंसर सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने एक मरीज की दायीं आंख में ट्यूमर की सफल सर्जरी की है. मरीज की आंख में करीब डेढ़ साल से ट्यूमर था, जो लगातार बढ़ता जा रहा था. इस कारण आंख की रोशनी भी चली गयी थी. इसके बाद परिजन मरीज को कैंसर सर्जरी विभाग में लेकर लाये. यहां आवश्यक जांच के बाद सर्जरी करने का निर्णय लिया गया. इसके बाद कैंसर सर्जन डॉ रोहित कुमार झा, डॉ अजीत कुमार कुशवाहा, डॉ सुमेधा गार्गी और डॉ उजाला ने सर्जरी की. डॉ रोहित ने बताया कि मरीज की आंख का ट्यूमर इतना बड़ा हो गया था कि ऑपरेशन के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं था. मरीज ऑपरेशन के बाद अब ठीक है. ऑपरेशन करनेवाली टीम में एनेस्थीसिया विभाग से डॉ अलका और डॉ विकास का सहयोग रहा.

Exit mobile version