ranchi news : अरण्य अमृता से दिया प्रकृति प्रेम का संदेश, अर्पिता ने बांग्ला गीतों पर झुमाया

ranchi news : भगवान बिरसा मुंडा स्मृति पार्क (जेल पार्क) में आयोजित पौष मेला-2024 का समापन रविवार को हुआ.

By Prabhat Khabar News Desk | December 30, 2024 12:50 AM

भगवान बिरसा मुंडा स्मृति पार्क में आयोजित पौष मेला का समापनरांची. देवतुल्य प्रकृति को हम लगातार नष्ट कर रहे हैं. इसके संरक्षण की जिम्मेदारी धरती पर रह रहे सभी जीव-जंतुओं की है. मनुष्य की विकासशील प्रगति में लगातार पेड़ की कटायी हो रही है. इसके संरक्षण का दायित्व इंसानों को ही लेना होगा, तभी प्रकृति जिंदा रहेगी. यही संदेश डांसर्स गिल्ड कोलकाता के कलाकारों ने अपनी नृत्य नाटिका से दिया. अवसर था भगवान बिरसा मुंडा स्मृति पार्क (जेल पार्क) में आयोजित पौष मेला-2024 का. रविवार को मेला का समापन भव्य रंगारंग कार्यक्रमों के साथ हुआ. डांसर्स गिल्ड कोलकाला के कलाकारों ने ””अरण्य अमृता”” की प्रस्तुति दी. जोधपुर के बिश्नोई समाज की महिला अमृता की सच्ची घटना को दर्शाया गया. अमृता ने जोधपुर में खेजड़ी के पेड़ों की रक्षा अपनी जान की बाजी लगा कर की थी. इस घटना को नृत्य के जरिये दर्शाया. नृत्यनाटिका की कोरियोग्राफी डॉ मुजंश्री चाकी सिरकर और रंजाबति सिरकर ने की. डांस डायरेक्शन जोनाकी सरकार ने किया. 13 नृत्यांगनाओं ने करीब आधे घंटे की प्रस्तुति में भाव-भंगिमा से प्रकृति प्रेम को जीवंत कर दिया. दर्शकों ने भी तालियों की गड़गड़ाहट से कलाकारों का अभिवादन किया. आयोजन समिति बंगाली युवा मंच चैरिटेबल ट्रस्ट के मुख्य संरक्षक सुप्रियो भट्टाचार्य ने भी लोगों को शहर की हरियाली को बरकरार रखने के लिए खाली जगहों पर ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण करने की बात कही.

पुरुलिया छऊ ने बांध दिया समां

सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत पुरुलिया छऊ से हुई. पुरुलिया के जयपुर की लिटियाडीह आदिवासी किसान छऊ नृत्य पार्टी ने बेजोड़ प्रस्तुति दी. इसकी अगुवाई छऊ गुरु ललित कुमार महतो ने की. 30 कलाकारों ने ””दुर्गा मां राक्षस वध”” पर आधारित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी. कलाकारों ने देव, ऋषि-मुनी, राक्षस के रूप में दमदार प्रस्तुति दी. छऊ नृत्य के दाैरान खास आकर्षण उल्फा यानी छऊ बाजी का प्रदर्शन रहा. एक-एक कर कलाकारों ने देवी दुर्गा के धरावतार और महिषासुर वध तक की घटना काे नृत्य के जरिये जीवंत कर दिया. नृत्य मंडली की अध्यक्षता मोनेस सिंह सरदार ने की.

खेजूर गाछे हाड़ी बांधो मोन

वहीं कलामंच पर सारेगापा कोलकाता फेम अर्पिता चक्रवर्ती ने अपनी दमदार आवाज से दर्शकों को देर रात तक झुमाया. अर्पिता ने अपनी प्रस्तुति की शुरुआत झूमर गीत : एकटा कालो भ्रोमोर गुन गुन… गीत से की. बंग समुदाय ने तालियों की गड़गड़ाहट से अर्पिता के गाने की सराहना की. अर्पिता ने एक-एक कर भाटियाली व पोल्ली गीति पेश की. पिता सुभाष चक्रवर्ती के प्रख्यात गीत : लाल पहाड़ेड़ देशे जा, रांगा माटी निये जा… गीत पर लोगों को जमकर झुमाया. इसके अलावा कलोंकिनी राधा… और पुष्पा 2 के गीत फीलिंग्स… गीत का बांग्ला वर्जन गाकर समां बांध दिया.

बंग व्यंजनों का उठाया लुत्फ

पौष मेला में पहुंचे लोगों के लिए हस्तशिल्प और बांग्ला व्यंजनों पर आधारित फूड स्टॉल लगाये गये थे. लोगों ने चुसी पीठा, गोकुल पीठा, पाटी साप्टा, खीर मोहन, गंधराज टिक्का, मुगलाई, राधा वल्लवी, नॉलेन गुड़ के रसगुल्ले की वेराइटी का स्वाद चखा. इस अवसर पर विधायक विकास सिंह मुंडा, ट्रस्ट के अध्यक्ष सिद्धार्थ घोष, मथुरा प्रसाद महतो, डॉ अजिता भट्टाचार्य, अमित दास, गौतम साहा, शुभज्योति चटर्जी, विश्वजीत भट्टाचार्य, बिरेन चक्रवर्ती, अनूप चक्रवर्ती आदि उपस्थित थे.

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