रेलवे फाटक के पास ओवरब्रिज नहीं होने से राहगीर परेशान
रेलवे फाटक ज्यादातर समय बंद रहने से राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. एक घंटे में कई बार ट्रेन के गुजरने से रेलवे फाटक के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी लाइन लग जाती है.
प्रतिनिधि, मैक्लुस्कीगंज
रेलवे फाटक ज्यादातर समय बंद रहने से राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. एक घंटे में कई बार ट्रेन के गुजरने से रेलवे फाटक के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी लाइन लग जाती है. साथ ही कई बार तकनीकी खराबी के कारण गेट नहीं खुलता है. इससे भी लोग त्रस्त हैं. खास कर उस समय ज्यादा परेशानी होती है जब एंबुलेंस काफी देर तक फंस जाती है. स्थानीय लोगों ने इस मार्ग में ओवर ब्रिज बनाने की मांग रेलवे से की है. लोगों ने कहा कि कई बार आवेदन दिया गया लेकिन आज तक कोई पहल नहीं की गयी. मुख्य पथ पर बने रेलवे फाटक नंबर 8/ए/टी पर इंटर लॉकिंग गेट है. सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को मैक्लुस्कीगंज में साप्ताहिक बाजार रहने से भीड़ ज्यादा रहती है. फाटक बंद रहने से वाहनों की लंबी लाइन लगा जाती है. इसमें देर तक राहगीर फंस जाते हैं. राजधर साइडिंग के लिए रैक लगने पर लगभग आधा घंटा तक फाटक बंद रहता है. किसी तरह से गेट खुलता भी है तो आमने-सामने जाने वालों की कतार रहती है. किसी तरह जाम को हटाया जाता.पर्यटन क्षेत्र के विकास पर असर :
मैक्लुस्कीगंज पर्यटन के साथ-साथ एजुकेशन हब के नाम से भी विख्यात है. पूरे राज्य से विद्यार्थी मैक्लुस्कीगंज में आकर पढ़ाई करते हैं. इसके अलावा देश भर के पर्यटक मैक्लुस्कीगंज आते हैं. क्षेत्र में सुविधा नहीं रहने से पर्यटन के विकास पर विपरित असर पड़ सकता है. ओवरब्रिज बन जाने से इस समस्या का समाधान हो सकता है.शिलान्यास के 10 माह बाद भी काम शुरू नहीं :
रेलवे फाटक के ऊपर रेलवे ओवरब्रिज निर्माण किया जाना है. 10 दिसंबर 2023 को सांसद सह रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, निवर्तमान विधायक समरीलाल ने रेवले अधिकारियों की उपस्थिति में आरओबी निर्माण का शिलान्यास भी किया था और कहा था कि 32 करोड़ की लागत से दो वर्षों में आरओबी का निर्माण करा दिया जायेगा. 10 माह बीत जाने के बाद भी विभाग की तरफ से कुछ विशेष पहल नहीं किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है