रांची : झारखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ( Jharkhand Pollution Control Board ) ने अपने कर्मचारियों के लिए पेंशन योजना लागू करने का फैसला लिया है. इसके लिए बोर्ड खर्च का आकलन व तौर तरीके पर विचार कर रहा है. इसके लिए ऐजेंसी रखने का फैसला लिया गया है. जिसे लेकर एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट निकाल दिया गया है. बोर्ड में पेंशन व्यवस्था के स्वरूप पर भी चर्चा होगी. इसके लिए रिटायर और कार्यरत कर्मियों और उसके परिवार का पूरा विवरण तैयार करने का प्रस्ताव है.
इसमें कर्मियों और उसके परिजनों के नाम, जन्मतिथि, सेवा में योगदान करने की तिथि, बेसिक पे आदि की जानकारी भी ली जायेगी. बोर्ड ने तय किया है कि रिटायर के बाद पेंशन प्राप्त करने के इच्छुक कर्मियों को बेसिक का 50 फीसदी, महंगाई भत्ता और एक हजार रुपये मेडिकल अलाउंस के रूप में दिया जायेगा. रिटायर हो चुके कर्मियों या आश्रित की पेंशन तय कर इसे संस्था की वेबसाइट पर डाल दिया जायेगा.
बोर्ड कर्मियों के लिए पेंशन का फॉर्मूला तय करने के लिए इच्छुक कंपनियां 29 जून तक आवेदन कर सकती हैं. इसमें वैसी कंपनियां शामिल हो सकती हैं, जिनके पास 2018-19 से 2020-21 तक का वित्तीय ऑडिट मौजूद हो.
राज्य प्रदूषण बोर्ड में करीब 125 कर्मी कार्यरत हैं. इसके अतिरिक्त एक जनवरी 2016 से पहले 12 कर्मी रिटायर हुए हैं. वहीं, 39 कर्मी एक जनवरी 2016 के बार रिटायर हुए हैं.
पेंशन पर खर्च का आकलन करने के लिए एजेंसी रखने का निर्णय लिया गया बेसिक का 50 फीसदी, महंगाई भत्ता व एक हजार मेडिकल अलाउंस मिलेगा
प्रदूषण बोर्ड सेवानिवृत्त और कार्यरत कर्मियों को पेंशन दिलाने के लिए आकलन करा रहा है. आकलन करने के लिए एजेंसी रखी जायेगी. उसकी रिपोर्ट के आधार पर आगे विचार किया जायेगा. पेंशन का फॉर्मेट बाद में तय किया जायेगा.
वाइके दास, सदस्य सचिव
राज्य प्रदूषण बोर्ड
Posted By: Sameer Oraon