Karam Puja 2022: करम पर्व को लेकर लोगों में उत्साह, मांदर, ढोल और नगाड़ों से गूंजने लगी है राजधानी
प्रकृत पर्व करम का उत्साह बिखरने लगा है. ढोल, मांदर और नगाड़े की थाप पर हर कोई थिरक रहा है. पारंपरिक परिधान में सजे युवक-युवतियां गीत और नृत्य से मन मोह रहे हैं. यह पर्व झारखंड के आदिवासी और मूलवासी भादो शुक्ल पक्ष एकादशी के दिन बड़े धूम-धाम के साथ मनाते हैं.
Karam Puja 2022: भादो शुरू होते ही आदिवासी मूलवासी समुदाय करम महोत्सव की तैयारियों में जुट जाता है. करम पर्व की खुशी शनिवार को रांची वीमेंस कॉलेज और चुटिया में बिखर पड़ी. सभी ने पारंपरिक गीत-नृत्य की प्रस्तुति दी. छात्राओं के नृत्य में झारखंडी संस्कृति की झलक दिखी. नृत्य से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया.
रांची वीमेंस कॉलेज में जीवंत हो उठी झारखंड की संस्कृति
रांची वीमेंस कॉलेज में प्रकृति पर्व करम की धूम रही. छात्राओं के नृत्य में झारखंडी संस्कृति की झलक दिखी. छात्राओं ने खड़िया नृत्य की प्रस्तुति दी. नागपुरी, खोरठा और मुंडारी नृत्य से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया. करम पूर्व संध्या कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो भी खुद को नहीं रोक सके और मांदर की थाप थिरक उठे. यह कार्यक्रम शनिवार को रांची वीमेंस कॉलेज के साइंस ब्लॉक सभागार में जनजातीय और क्षेत्रीय भाषा विभाग ने आयोजित किया. श्री महतो ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में झारखंड आगे बढ़ रहा है. हमारे विद्यार्थी नाम रोशन कर रहे हैं. इसलिए हम इस बार टॉपरों को अधिक सम्मान राशि देकर सम्मानित करेंगे. फर्स्ट टॉपर को तीन लाख, सेकेंड को दो लाख और थर्ड टॉपर को एक लाख रुपये नकद पुरस्कार देने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है.
अपना करम करें और नाम रोशन करें
शिक्षा मंत्री ने कहा कि करम पर्व पर विद्यार्थियों से यही कहना है कि आप अपना कर्म करें और शिक्षा के क्षेत्र में झारखंड का नाम रोशन करें. रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि कॉलेज की सभी शिक्षिकाओं को प्रतियोगिता के लिए तैयार रहना होगा. कॉलेज को बेहतर बनाइये, इसके लिये जो भी जरूरत होगी उसे विवि पूरा करेगा. इधर कार्यक्रम की शुरुआत डॉ पूनम सिंह चौहान के कथावाचन के साथ हुई. करम पर्व की कहानी बतायी. प्राचार्य डॉ शमसुन नेहार ने कहा कि हमारा कॉलेज महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा दे रहा है. यहां सुदूर गांवों की छात्राएं पढ़ने आती हैं और बेहतर शिक्षा ग्रहण करती हैं. इस अवसर पर प्रोफेसर इंचार्ज डॉ. फुलमनी धान, डॉ. आभा प्रसाद आदि मौजूद थीं.
चुटिया से निकाली गयी अखड़ा बचाओ संकल्प यात्रा
स्कृतिक संस्था, कुंजवन के बैनर तले चुटिया में शनिवार को करम पूर्व संध्या कार्यक्रम हुआ. चुटिया के प्राचीन राधा वल्लभ मंदिर (श्रीराम मंदिर) से अखड़ा बचाओ संकल्प यात्रा निकाली गयी, जो नीचे चुटिया महादेव मंडा कार्यक्रम स्थल पहुंची़ यहां अखड़ा का पूजन हुआ. करम गीतों ने समा बांध दिया. पद्मश्री मुकुंद नायक ने जनानी झुमईर राग में ‘भादो कर एकादशी करम गड़ाय गेल, हाय रे हाय चलू धनी झुमईर खेले, घरे काले रहब राउरे एकले, चलू धनी…’ झारखंड आंदोलनकारी क्षिजिश कुमार राय ने जनानी झुमईर राग में ‘सहिया करम करम कर रतिया चमके बिजुरिया…’, झिरगा भगत ने कुड़ुख झइलधुका राग में ‘साल भर में जावा फुल आवेला वही भाई के जावा फुल देवेला…’ प्रस्तुत किया. कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, राज्यसभा सांसद आदित्य साहू भी शामिल हुए. मुख्य अतिथि मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि अखड़ा बचेगा, तभी झारखंडी संस्कृति बचेगी़
ये थे उपस्थित
कार्यक्रम में डॉ देवशरण भगत, भुवनेश्वर केवट , राष्ट्रीय युवा शक्ति के अध्यक्ष उत्तम यादव, उद्योगपति ओम प्रकाश अग्रवाल, हुलास महतो, कैलाश केशरी, डॉ शकुंतला मिश्रा, चुटिया थाना प्रभारी वेंकटेश प्रसाद, अश्विनी कुमार पंकज, मुनचुन राय, सुभाष महतो, अरविंद कुमार, मनपूरन नायक, गुजा तिर्की, धनजु नायक, रूपेश केशरी, कालेश्वर साहू, रवि महतो, रवि सिंह, रवि गोप, मंटू मुंडा, किशोर नायक, राजकुमार महतो, अंशु चौधरी, रतन लाल, रेखा महतो, ललिता महतो, पुष्पा देवी, अनीता टोप्पो, मुन्नी मुंडा, ज्ञानी महतो, बलेश नायक, सुमित शर्मा, अरुण नायक, शिव नायक, मुन्नी पहनाइन, सोनी तिर्की, जतन नाग, लुईसा तिर्की, यशोदा देवी, सुदामा सिंह व अन्य मौजूद थे़ कार्यक्रम की अध्यक्षता छात्रधारी महतो ने की. संचालन पुष्कर महतो व मनीष बरवार ने किया.
करम पूजा के दिन बिजली, पानी और सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था हो
केंद्रीय सरना समिति की बैठक कचहरी परिसर स्थित केंद्रीय कार्यालय में केंद्रीय अध्यक्ष फूलचंद तिर्की की अध्यक्षता में हुई़ करम पूजा के मद्देनजर प्रशासन से मांग की गयी कि प्रत्येक थाना क्षेत्र में शांति समिति की बैठक हो. पूजा के दिन निर्बाध बिजली की आपूर्ति हो़ शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के अखड़ा की सफाई करायी जाये. पूजा के दिन हर अखड़ा में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था रहे. बड़े वाहनों का प्रवेश वर्जित हो. हर अखड़ा के लिए बिजली, पानी व शौचालय की व्यवस्था करायी जाये. पूर्ण शराब बंदी हो. वहीं, लोगों से अपील की गयी कि अपने गांव मौजा के अखड़ा की सफाई करें. अखड़ा में आधुनिक गीत-संगीत का प्रयोग नहीं करें. ढोल- मांदर के साथ नृत्य-संगीत करें. कथा वाचक कहानी की पूरी जानकारी रखें. महिलाएं लाल पाड़ की साड़ी व पुरुष धोती, गंजी, पगड़ी में शामिल हो.
रामलखन सिंह यादव कॉलेज में करम पूर्व
इधर, रामलखन सिंह यादव कॉलेज में जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग ने कॉलेज के अखड़ा में करम पूर्व संध्या कार्यक्रम मनाया़ पद्मश्री मुकुंद नायक और मधु मंसूरी के साथ जानकी देवी और दीनबंधु ठाकुर भी शामिल हुए. मुकुंद नायक ने कहा कि रांची विवि में यही एक ऐसा कॉलेज है, जो झारखंड भाषा-संस्कृति को बचाने में हमेशा अागे नजर आता है. यहां की तरह सभी कॉलेजों में अखड़ा का निर्माण होना चाहिए. जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा के विभागाध्यक्ष डॉ खालीक अहमद ने भी विचार दिये़ इस दौरान पारंपरिक नृत्य की प्रस्तुति हुई़ इस अवसर पर प्राचार्य डॉ जेपी सिंह, रामकुमार, अमर कुमार आदि मौजूद थे.