रांची. भगवान जगन्नाथ, भाई बलराम व बहन सुभद्रा बुधवार को मौसीबाड़ी से अपने धाम यानी मुख्य मंदिर लौट जायेंगे. इसे घुरती रथयात्रा भी कहा जाता है. इससे पूर्व मंगलवार को संध्या पूजन में भगवान जगन्नाथ व अन्य विग्रहों को गुंडिचा (गंज) का भोग लगाया गया. भगवान को खीर, खिचड़ी और सब्जी एक साथ परोसा गया. पकवान मंदिर के सेवादार ने तैयार किया. मंदिर के प्रथम सेवक ठाकुर सुधांशु नाथ शाहदेव ने बताया कि साल में यही एक दिन ऐसा होता है, जब भगवान को खीर और खिचड़ी एक साथ भोग लगाया जाता है. भोग लगाने के बाद भव्य महाआरती की गयी. इसके बाद करीब 10 हजारों लोगों के बीच भोग का वितरण किया गया.
लोगों ने जमकर खरीदारी की
रथ मेला में मंगलवार को लोगों ने जमकर खरीदारी की. महिलाओं ने घरेलू सामान खरीदा और बच्चों संग झूला का आनंद लिया. वहीं रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण लोगों का आनंद थोड़ा फीका रहा. वहीं मेला में आये लोगों ने सर्वप्रथम मौसीबाड़ी में भगवान जगन्नाथ की पूजा-अर्चना की. इसके बाद मेला का आनंद उठाया. लोगों ने अपनी जरूरत के हिसाब से मेला मे लगायी गयी दुकानों से खरीदारी की.
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