Ranchi News : झारखंड के लोग भी 2019 से पहले के वाहनों पर लगा सकेंगे एचएसआरपी प्लेट

Ranchi News : वर्ष 2019 से पहले के दो पहिया, चार पहिया या किसी और श्रेणी के वाहनों पर अब झारखंड के लोग भी हाई सिक्यूरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) लगा सकेंगे.

By Prabhat Khabar News Desk | September 25, 2024 12:29 AM
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रांची. वर्ष 2019 से पहले के दो पहिया, चार पहिया या किसी और श्रेणी के वाहनों पर अब झारखंड के लोग भी हाई सिक्यूरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) लगा सकेंगे. इसके लिए परिवहन विभाग ने दिल्ली की कंपनी एगुरॉज इंपैक्ट को काम सौंपा है. इस संबंध में विभाग की ओर से आदेश जारी किया गया है. एचएसआरपी के लिए परिवहन विभाग की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन और पेमेंट किया जा सकेगा. हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट एल्यूमीनियम से बनी एक नंबर प्लेट होती है. इसे वन टाइम यूज्ड स्नैप-ऑन लॉक के जरिये गाड़ी के फ्रंट व बैक में लगाया जाता है.

आसानी से

गाड़ी से हटाया नहीं जा सकता

इसका फायदा है कि इन्हें आसानी से गाड़ी से हटाया नहीं जा सकता. न ही एक बार हटाने के बाद दूसरी नंबर प्लेट लगायी जा सकती है. अलग-अलग कैटेगरी की गाड़ी में अलग-अलग साइज की नंबर प्लेट होती है. एचएसआरपी में लिखे अंकों, अक्षरों व बॉर्डर पर एक हॉट-स्टैंप वाली फिल्म लगायी जाती है. इसमें 45 डिग्री के एंगल पर ‘इंडिया’ लिखा होता है. प्लेट पर अंक व अक्षर का साइज 10 एमएम और एक खास फॉन्ट होता है. इन्हें खास तरीके से प्रेस कर लिखा जाता है, जो कि उभर कर आते हैं. इस नंबर प्लेट का कलर व्हीकल की कैटेगरी के अनुसार व्हाइट, यलो और ग्रीन होता है. ये कलर रिफ्लेक्टिव होते हैं, जिससे लाइट पड़ने पर अंक और अक्षर चमक उठते हैं. इस वजह से यह प्लेट सीसीटीवी कैमरे में आसानी से कैप्चर होता है. पहले झारखंड नंबर की बिना एचएसआरपी वाली गाड़ी जब दूसरे स्टेट में जाती थी, तब वहां पर जुर्माना वसूला जाता था.

एचएसआरपी प्लेट की क्या है खासियत

एचएसआरपी प्लेट में ऊपर बायें कोने पर नीले रंग में अशोक चक्र का हॉट-स्टैंप्ड क्रोमियम बेस्ड होलोग्राम लगा होता है. इसके नीचे बाएं कोने पर 10 अंक का सीक्रेट कोड (पिन) लेजर से लिखा होता है, जो यूनिवर्सल होता है. इस तरह से एक प्लेट पर नंबर सिर्फ एक बार ही इस्तेमाल किया जा सकता है. ये नंबर एक ही गाड़ी के फ्रंट और रियर नंबर प्लेट में अलग-अलग होता है. इस सीक्रेट कोड में गाड़ी से जुड़ी सारी डिटेल्स जैसे : चेसिस नंबर, इंजन नंबर, परचेजिंग डेट, गाड़ी का मॉडल, डीलर व रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी आदि होता है. कार में दोनों कोड कलर कोटेड स्टीकर पर भी लिखे होते हैं, जिसे विंडशील्ड पर लगाया जाता है.

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