रांची : कोल इंडिया ने अपनी अनुषंगी कंपनियों के अधिकारियों को परफॉर्मेंस रिलेटेड पे (पीआरपी) भुगतान का फॉर्मूला जारी कर दिया है. सीएमपीडीआइ के अधिकारियों को इस वर्ष सीसीएल के अधिकारियों से अधिक पीआरपी मिलेगा. सीएमपीडीआइ अधिकारियों को जितना पीआरपी मिलेगा, उसका 40 फीसदी पीआरपी सीसीएल के अधिकारियों को मिलेगा.
यहां बता दें कि इस बार कोल इंडिया की रेटिंग भी गुड है, इस कारण कंपनियों को उसी के आधार पर भुगतान होगा. कंपनियों की जो रेटिंग होगी, उसके आधार पर अधिकारियों को भुगतान किया जायेगा. पीआरपी का भुगतान कंपनी के वार्षिक इंक्रीमेंटल प्रॉफिट के आधार पर होता है. मतलब, बीते वित्तीय वर्ष की तुलना में जितना लाभ होगा, उसी में से कुछ हिस्सा पीआरपी में दिया जायेगा. इस बार कोल इंडिया के अधिकारियों को 2019-20 के प्रदर्शन के लिए पीआरपी का भुगतान होगा.
कोल इंडिया को अगर 100 रुपये का इंक्रीमेंटल प्रॉफिट होता है, तो एक्सीलेंट रेटिंग पर इसकी पूरी राशि पीआरपी में दी जायेगी. चूंकि कोल इंडिया इंक्रीमेंटल प्रॉफिट बीते साल से कम है, इस कारण 35 फीसदी राशि काटकर पीआरपी मद में प्रावधान किया जायेगा. इसका मतलब हुआ कि 65 रुपये पर पीआरपी बंटवारा होगा. चूंकि कोल इंडिया की रेटिंग गुड है, इस कारण 65 रुपये का आधा सभी कंपनियों में बांटा जायेगा.
मतलब साढ़े 32 रुपये में हिसाब होगा. सीसीएल की रेटिंग फेयर है, मतलब 32 रुपये के 40 फीसदी राशि (करीब 12 रुपये) अधिकारियों के बीच बांटी जायेगी. इसी तरह सीएमपीडीआइ के अधिकारियों के बीच 32 रुपये का शत-प्रतिशत पीआरपी में बांटा जायेगा. क्योंकि सीएमपीडीआइ की रेटिंग एक्सीलेंट है.
कोल इंडिया गुड
इसीएल गुड
बीसीसीएल गुड
सीसीएल फेयर
डब्ल्यूसीएल गुड
एनसीएल वेरी गुड
एसइसीएल पुअर
सीएमपीडीआइ एक्सीलेंट
एक्सीलेंट 100%
वेरी गुड 75%
गुड 50%
फेयर 40%
पुअर शून्य
Posted By : Sameer Oraon