रांची : रांची विश्वविद्यालय के पीजी विभागों में नये सत्र 2021-23 के नामांकन की प्रक्रिया चल रही है. लगभग सभी विभागों में विद्यार्थियों ने आवेदन दिये हैं, जिसमें किसी में कम संख्या है, तो किसी में ज्यादा. लेकिन रांची विवि का होम साइंस विभाग ऐसा है, जो दो साल से विद्यार्थियों की संख्या बढ़ने का इंतजार कर रहा है. यहां पिछले सत्र 2020-22 में नामांकन के लिए मात्र दो आवेदन आये थे. फिलहाल इस सत्र में अभी तक यहां तीन विद्यार्थियों ने ही नामांकन का आवेदन दिया है.
रांची विश्वविद्यालय के 23 पीजी विभाग में होम साइंस विभाग ही एकमात्र ऐसा विभाग है, जहां सबसे अधिक शिक्षक हैं. लेकिन सबसे अजीब बात है कि यहां नामांकन के समय विद्यार्थी आते ही नहीं हैं. विभाग की प्रभारी डॉ सीमा डे ने बताया कि विद्यार्थियों की कमी का कारण विभिन्न कॉलेजों में होम साइंस का पीजी विभाग खुलना है. इस कारण विद्यार्थी अपने नजदीक के कॉलेज में नामांकन ले लेते हैं और यहां सीटें खाली रह जाती हैं.
होम साइंस के पीजी में शिक्षकों की संख्या अधिक है. कॉलेजों में पता लगाया जा रहा है कि कहां शिक्षकों की संख्या कम और विद्यार्थियों की संख्या अधिक है. इसके अनुसार, शिक्षकों को एडजस्ट किया जायेगा.
डॉ कामिनी कुमार, प्रभारी कुलपति
दूसरे साल भी नामांकन की स्थिति खराब
पीजी होम साइंस विभाग में दूसरे सत्र में भी नामांकन की स्थित खराब है. आठ शिक्षिकाएं होने के बाद भी यहां नामांकन की स्थिति खराब रहती है, जबकि इस विभाग में लगभग 150 सीटें हैं. लेकिन इसमें 10 प्रतिशत विद्यार्थी भी आवेदन तक नहीं देते हैं.
Posted by : Sameer Oraon