फिजिक्स और मैथ्स टफ, केमिस्ट्री कंफर्टेबल
जेइइ मेन की परीक्षा बुधवार को भी हुई़ दूसरे दिन इंजीनियरिंग (बीटेक) के लिए प्रवेश परीक्षा हुई़ कड़ी सुरक्षा और सावधानी के बीच परीक्षा केंद्र से बाहर निकले परीक्षार्थियों ने कहा कि फिजिक्स और मैथ्स के प्रश्नों ने खूब उलझाया.
रांची : जेइइ मेन की परीक्षा बुधवार को भी हुई़ दूसरे दिन इंजीनियरिंग (बीटेक) के लिए प्रवेश परीक्षा हुई़ कड़ी सुरक्षा और सावधानी के बीच परीक्षा केंद्र से बाहर निकले परीक्षार्थियों ने कहा कि फिजिक्स और मैथ्स के प्रश्नों ने खूब उलझाया. हालांकि न्यूमेरिकल्स ने विद्यार्थियों को राहत दी. वहीं केमिस्ट्री के प्रश्न आसान थे़ इधर टीसीएस डिजिटल जोन एसआरएस पार्क टाटीसिलवे और तुपुदाना में पहली पाली की परीक्षा सुबह नौ बजे और दूसरी पाली की परीक्षा दिन के तीन बजे से शुरू हुई. टाटीसिलवे स्थित केंद्र पर दोनों पाली मिलाकर 700 विद्यार्थियों को परीक्षा में शामिल होना थार, जिसमें 85 फीसदी उपस्थित रहे. वहीं तुपुदाना स्थित केंद्र पर करीब 83 फीसदी विद्यार्थियों की उपस्थित रही. कैलकुलस और लिमिट ने उलझाया.
विद्यार्थियों ने बताया की मैथ्स और फिजिक्स के प्रश्नों को समझकर हल करने में ज्यादा समय लगा. मैथ्स में कैलकुलस और लिमिट के प्रश्न कठिन थे़ इससे समय ज्यादा निकल गया. थ्योरी कठिन, न्यूमेरिकल्स आसानवहीं फिजिक्स के थ्यूरी बेस्ड प्रश्नों ने भी विद्यार्थियों को उलझाया. उन्होंने कहा कि चार माह अतिरिक्त समय में की गयी तैयारी भी परीक्षा में काम नहीं आयी. हालांकि फॉर्मूला बेस्ड न्यूमेरिकल्स से सबको उम्मीद है. वहीं केमिस्ट्री से भी विद्यार्थियों को उम्मीदें हैं. विद्यार्थियों ने बताया कि थ्योरी और न्यूमेरिकल्स के प्रश्न आसान थे. कई विद्यार्थियों ने केमिस्ट्री के ऑर्गेनिक पार्ट को कठिन बताया.
सेंटर पर सुरक्षा का रखा गया ध्यान नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से जारी एडमिट कार्ड में विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र पर समय से दो घंटे पहले पहुंचने का निर्देश दिया था. केंद्र पर विद्यार्थियों को इस निर्देश का पालन करते देखा गया. विद्यार्थी तय समय पर केंद्र पहुंचे. इसके बाद थर्मल स्क्रिनिंग और सैनिटाइजेशन की प्रक्रिया के बाद मास्क व ग्लव्स के साथ विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया. केंद्र के 200 मीटर दायरे में अभिभावकों के प्रवेश को रोका गया.
विद्यार्थी सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करते हुए अपने निर्धारित जगह तक पहुंचे. परीक्षार्थियों ने कहा तीनों खंडों में केमिस्ट्री के सवाल आसान थे़ फिजिक्स में सिर्फ ऑप्टिक्स के प्रश्न आसान थे.- वंदिताचार माह की तैयारी काम नहीं आयी.
मैथ्स के प्रश्न कठिन लगे. ज्यादातर प्रश्नों में काफी समय लग गया. – रचनाकैलकुल्स के प्रश्न टफ थे़ मैं जनवरी में आयोजित जेइइ में भी शामिल हुई थी, उससे यह परीक्षा कठिन रही़ – स्मृतिसामान्य विद्यार्थियों के लिए परीक्षा कठीन रही होगी. जिनका थ्योरी पर कमांड होगा, उनके लिए प्रश्न आसान होगा़ – अंजलि कुमार
Post by : Pritish Sahay