Ranchi news : सफाई पर हर माह तीन करोड़ खर्च, फिर भी सड़कों पर कचरे का अंबार

घरों से रोजाना नहीं किया जा रहा कूड़े का उठाव. लोग नालियों और सड़कों पर फेंक रहे हैं कचरा. गली-मोहल्लों में एक सप्ताह बाद कचरा वाहन कूड़ा उठाने आ रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | September 1, 2024 12:26 AM

रांची. शहर की सफाई व्यवस्था पर रांची नगर निगम हर माह तीन करोड़ रुपये से अधिक खर्च करता है. लेकिन, शहर की सफाई व्यवस्था पटरी पर आने के बजाय, बेपटरी होती जा रही है. पहले सप्ताह में दो से तीन दिन घरों से कूड़े का उठाव होता था. आज स्थिति यह है कि गली-मोहल्लों में एक सप्ताह बाद कचरा वाहन कूड़ा उठाने आ रहे हैं. इस कारण लोग कूड़े को नालियों या फिर खुले स्थानों पर फेंकने को विवश हैं. यही वजह है कि शहर में जगह-जगह सड़कों के किनारे कूड़े का अंबार लगा है. इसके दुर्गंध से लोग परेशान हैं.

गीला व सूखा कचरा अलग-अलग लिया जा रहा

शहर की सफाई व्यवस्था को मॉडल बनाने के लिए रांची नगर निगम द्वारा पूरे शहर में लोगों से गीला व सूखा कचरा अलग-अलग लिया जा रहा है. इसके लिए लोगों को दो-दो डस्टबिन रखने का निर्देश दिया गया है. हालांकि, निगम के आदेश के बाद भी अब तक सिर्फ 30 प्रतिशत घरों से ही गीला व सूखा कचरा अलग-अलग मिल रहा है. बाकी के 70 प्रतिशत घरों मिक्स कचरा ही निगम के वाहनों को मिल रहा है.

खराब वाहनों की मरम्मति पर भी नहीं है ध्यान

सफाई कार्य में लगे सुपरवाइजरों की मानें, तो सफाई व्यवस्था की बदहाली के पीछे का कारण वाहनों की समय पर मरम्मत नहीं होना भी है. खराब होने पर जब वाहन बनने के लिए स्टोर जाता है, तो उसके बनने में ही महीनों लग जाता है. इस कारण घरों से कूड़ा उठाव का कार्य प्रभावित होता है.

कूड़ा उठाव के नाम पर हर घर से 80 रुपये वसूलता है निगम

शहर के हर घर से कूड़ा उठाने के नाम पर नगर निगम हर माह 80 रुपये कचरा यूजर चार्ज के रूप में लेता है. कचरा वाहनों को प्रतिदिन हर घर से कूड़े का उठाव करना है. लेकिन, हकीकत में ऐसा नहीं है. नगर निगम ने कचरा यूजर चार्ज वसूलने का काम नेटविंड सॉफ्टलैब्स को दिया है. कचरा यूजर चार्ज वसूलने के एवज में कंपनी को निगम 10 प्रतिशत कमीशन देता है.

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