हजारीबाग की पिंडारकोण पंचायत बनी राज्य की सर्वश्रेष्ठ पंचायत,सामाजिक रूप से सुरक्षित गांव थीम पर हुआ चयन
हजारीबाग जिला अंतर्गत पिंडारकोण पंचायत राज्य की सर्वश्रेष्ठ पंचायत चुनी गयी है. देश में श्रेष्ठ चार आदर्श पंचायतों में इस पंचायत को एक रखा गया है. 'सामाजिक रूप से सुरक्षित गांव' थीम के तहत इस पंचायत का चयन हुआ है.
Jharkhand News: हजारीबाग जिले के पदमा प्रखंड की पिंडारकोण पंचायत झारखंड की सर्वश्रेष्ठ पंचायत चुनी गयी है. आजादी के अमृत महोत्सव के तहत भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय द्वारा आयोजित आइकॉनिक सप्ताह में पिंडारकोण पंचायत को भारत में श्रेष्ठ चार आदर्श पंचायतों में से एक रखा गया है. इस पंचायत के कार्यों को मॉडल मानते हुए देश के विभिन्न राज्यों की पंचायतों में बताया जाएगा. साथ ही केंद्र सरकार पिंडारकोण पंचायत को विकसित करने के लिए विशेष मदद देगी. वहीं, इस पंचायत के निवर्तमान मुखिया कामख्या सिंह को सम्मानित किया जाएगा. इससे पूर्व भी इस पंचायत को विकास कार्यों के लिए दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार से नवाजा जा चुका है. पंचायती राज विभाग, झारखंड के संयुक्त सचिव संदीप दुबे और जिला डीपीएम राज कुमार मंडल ने कार्यक्रम में पिंडारकोण पंचायत की उपलब्धियों को पेश किया.
‘सामाजिक रूप से सुरक्षित गांव’ थीम के तहत चयन
पिंडारकोण पंचायत के निवर्तमान प्रधान कामाख्या सिंह के मुताबिक, गत 11 से 17 अप्रैल, 2022 तक केंद्र सरकार की पंचायत राज मंत्रालय द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आइकॉनिक सप्ताह का आयोजन हुआ. इस दौरान देश के सभी राज्यों से कुल नौ थीम पर बेहतर कार्य कर रहे पंचायतों का चयन सर्वश्रेष्ठ पंचायत के रूप में किया गया. इसी के तहत ‘सामाजिक रूप से सुरक्षित गांव’ थीम के अंतर्गत सरकार द्वारा सर्वश्रेष्ठ पंचायत के रूप में पिंडारकोण पंचायत का चयन किया गया.
पिंडारकोण पंचायत में हुआ बेहतर कार्य
श्री सिंह ने कहा कि इस पंचायत में कई बेहतरीन कार्य हुए हैं. इसके तहत मुख्य रूप से कृषि एवं सिचाई, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तथा महिला सशक्तीकरण समेत अन्य कार्यों पर विशेष जोर दिया गया है. साथ ही कहा कि कृषि को बढ़ावा देने के लिए सर्वप्रथम कृषि स्थायी समिति को सक्रिय बनाते हुए सहयोगी संस्थाओं के साथ मिलकर इनका अलग-अलग प्रशिक्षण भी दिया गया.
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किसानों को मिला तकनीकी प्रशिक्षण
इसके अतिरिक्त क्षेत्र के किसानों को समय-समय पर नकदी फसल एवं अन्य तकनीकी प्रशिक्षण दिलाया गया. इस प्रशिक्षण का असर भी दिखा और कृषि को लेकर जहां अच्छे कार्य हुए, वहीं इन किसानों को शैक्षणिक भ्रमण भी कराया गया, ताकि किसान खेतों से बेहतर उत्पादन प्राप्त कर सके.
किसानों के लिए पावर सब स्टेशन का निर्माण
उन्होंने कहा कि कृषि को बढ़ावा देने के लिए ग्राम पंचायत द्वारा सिंचाई व्यवस्था भी सुनिश्चित की जा रही है. इसी क्रम में लघु सिंचाई विभाग के सहयोग से नालों में छोटे-छोटे चेक डैम का निर्माण, तालाबों का गहरीकरण, लिफ्ट सिंचाई की मरम्मती, मनरेगा से सिंचाई कूप का निर्माण, तालाब एवं डोभा का निर्माण आदि है. इन जगहों पर किसानों के लिए बिजली की व्यवस्था के तहत ग्राम पंचायत के अंदर ही पावर सब स्टेशन का निर्माण हुआ है. इसका परिणाम है कि आज इस ग्राम पंचायत क्षेत्र के 90 प्रतिशत किसान दो से तीन फसल की खेती बखूबी कर रहे हैं.
पंचायत कोर कमेटी का गठन
मुखिया श्री सिंह ने कहा कि शिक्षा में सुधार करने के उद्देश्य से पंचायत कोर कमेटी का निर्माण किया गया. जिसमें सभी विद्यालय के प्रधानाध्यापक, प्रबंधन समिति के अध्यक्ष एवं ग्राम पंचायत की शिक्षा स्थायी समिति के सभी सदस्य इस कमेटी के सदस्य है. इस कमेटी की हर महीना अलग-अलग विद्यालयों में बैठक आयोजित की जाती है. आज ग्राम पंचायत के सभी विद्यालयों में रनिंग वाटर की सुविधा है. साथ ही बालक एवं बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय का भी निर्माण किया गया है. इसके अलावा एक-दूसरे के समन्वय के साथ यहां के विद्यालयों में मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता में काफी सुधार आया है.
तकनीकी शिक्षा पर जोर
उन्होंने कहा कि पंचायत में सभी बच्चों का नामांकन करने और बच्चों की विद्यालय में उपस्थिति पर भी विशेष जोर दिया गया. ग्राम पंचायत तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की गई, जहां बच्चों को कंप्यूटर सिखाया जाता है. साथ ही पुस्तकालय भी बनाया गया है, जहां हर कोई जाकर पढ़ सकते हैं.
Posted By: Samir Ranjan.