भूमि अधिग्रहण नहीं होने के कारण राजधानी में स्मार्ट सड़कों के निर्माण की योजना स्थगित
राजधानी में स्मार्ट सड़कों के निर्माण की योजना स्थगित कर दी गयी है. स्मार्ट सड़क योजना के लिए चुनी गयी चारों सड़कों को नगर विकास विभाग अब पथ निर्माण विभाग को वापस सौंपने की तैयारी कर रहा है. अगले कुछ दिनों में चारों सड़कों की देखरेख का जिम्मा पथ निर्माण विभाग को दे दिया जायेगा.
रांची : राजधानी में स्मार्ट सड़कों के निर्माण की योजना स्थगित कर दी गयी है. स्मार्ट सड़क योजना के लिए चुनी गयी चारों सड़कों को नगर विकास विभाग अब पथ निर्माण विभाग को वापस सौंपने की तैयारी कर रहा है. अगले कुछ दिनों में चारों सड़कों की देखरेख का जिम्मा पथ निर्माण विभाग को दे दिया जायेगा.
चार में से तीन सड़कों को स्मार्ट बनाने के लिए काम शुरू नहीं किया गया था. जबकि, एयरपोर्ट से हिनू तक की सड़क को स्मार्ट बनाने के लिए सड़क के एक ओर काम शुरू किया गया था. इस सड़क को छोड़ कर शेष सड़कों को पथ निर्माण विभाग के हवाले किये जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.
नहीं हो सका सड़कों का अधिग्रहण : रांची में सड़कों को स्मार्ट बनाने की योजना वर्ष 2016 से ही चल रही है. चार सड़कों को स्मार्ट बनाने के लिए वर्ष 2017 से ही कागज पर काम किया जा रहा है. लेकिन, अब तक ठोस काम नहीं किया जा सका था. सड़कों के किनारे भूमि का अधिग्रहण नहीं होना योजना के स्थगित होने का मुख्य कारण बना. स्मार्ट सड़कों को 29-29 मीटर चौड़ा किया जाना था.
सड़कों के चौड़ीकरण के बिना उनको स्मार्ट बनाना संभव नहीं है. स्थानीय लोगों के विरोध और कानूनी अड़चनों के कारण सड़कों के अधिग्रहण की प्रक्रिया तीन वर्षों में भी पूरी नहीं की जा सकी. वर्तमान सरकार ने समीक्षा के बाद मौजूदा हालात में योजना के क्रियान्वयन को संभव नहीं मानते हुए इसे स्थगित करने का फैसला किया है.