राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप को फिर से चार दिनों की रिमांड पर लिया है. एनआइए ने बुधवार को आवेदन दिया था. उसके बाद एनआइए के विशेष न्यायालय ने चार दिनों की रिमांड पर लेने का आदेश दिया. एक जून काे एनआइए के अधिकारी जेल पहुंचे और उसे रिमांड पर ले गये. पांच जून को उसे अदालत में पेश किया जायेगा.
गौरतलब है कि 21 मई को दिल्ली से दिनेश गोप को एनआइए ने गिरफ्तार किया था. 22 मई को उसे अदालत में पेश किया गया था. उस समय एनआइए ने उसे आठ दिनों की रिमांड पर लिया था. पूछताछ में उसने कई खुलासे किये. इसके आधार पर कई जगहों पर छापेमारी की गयी थी. भारी मात्रा में हथियार व कारतूस बरामद हुए.
बता दें कि पीएलएफआई के गड़े-छुपे हथियार और अन्य साजो सामान पुलिस लगातार बरामद कर रही है. बाद बुधवार को पुलिस ने पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप लगभग 8-9 साल पुराने वीआईपी जिप्सी कार को बरामद की थी. पुलिस ने जेसीबी की मदद से गड्ढा खोदकर जिप्सी को बाहर निकाला. इसकी जानकारी मिलने के बाद खूंटी एसपी अमन कुमार भी मौके पर पहुंचे थे. इससे पहले भी अलग अलग स्थानों से भारी संख्या में पुलिस ने गोली और हथियार किया था.
दिनेश गोप ने पूछताछ में यह भी बताया था कि उसे संगठन के लिए बिहार से हथियार उपलब्ध कराया जाता था. इस काम में उसके संगठन में शामिल रहे नालंदा निवासी अवधेश जायसवाल उर्फ चूहा मदद करता था. चूहा को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. उसके साथ हथियार सप्लाई करने वालों में नांलदा का ही एक और युवक शामिल था. लेकिन अवधेश की गिरफ्तारी के बाद संगठन में हथियार और गोली की कमी हो गयी थी.