पीएलएफआइ उग्रवादियों का आतंक : घर में घुस कर मुखिया को पीटा, पांच लाख रुपये की मांगी लेवी

पीएलएफआइ उग्रवादियों ने शनिवार की रात बलसोकरा पंचायत की मुखिया झामको मुंडा के घर में घुसकर उनके साथ मारपीट की. साथ ही पांच लाख रुपये लेवी मांगी. उग्रवादियों ने धमकी दी है कि अगर लेवी के पैसे जल्द नहीं दिये गये, तो उन्हें जान से मार दिया जायेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | August 3, 2020 2:31 AM

चान्हो : पीएलएफआइ उग्रवादियों ने शनिवार की रात बलसोकरा पंचायत की मुखिया झामको मुंडा के घर में घुसकर उनके साथ मारपीट की. साथ ही पांच लाख रुपये लेवी मांगी. उग्रवादियों ने धमकी दी है कि अगर लेवी के पैसे जल्द नहीं दिये गये, तो उन्हें जान से मार दिया जायेगा. मुखिया को अंदरूनी चोटें आयी हैं. रविवार की सुबह चान्हो सीएचसी में उनका इलाज किया गया. घटना की सूचना पाकर ग्रामीण एसपी चान्हो पहुंचे.

खलारी डीएसपी मनोज कुमार ने भी घटनास्थल का जायजा लिया. शनिवार शाम 7:30 बजे बजे तीन हथियारबंद लोग बलसोकरा के पहानटोली स्थित मुखिया झामको मुंडा के घर पहुंचे. उनके साथ गांव में होटल चलानेवाला मुखिया का भाई भी था, जिसकी मदद से उन्होंने दरवाजा खुलवाया. घर में घुसने के बाद हथियारबंद लोगों में से एक ने कहा : मैं ही कृष्णा यादव हूं.

मैं यहां के पूर्व मुखिया भोला उरांव को मार चुका हूं. मुझे संगठन चलाने के लिए पांच लाख रुपये दो, वरना तुम्हें भी हम मुखिया के पास पहुंचा देंगे. इसके बाद तीनों झामको मुंडा को लात-घूंसों से मारने लगे. उन्होंने मुखिया को धमकी दी : तुम पुलिस को सूचना देती हो. देखते हैं, तुम्हें पुलिस कब तक बचाती है. समय पर पांच लाख रुपये नहीं मिले, तो तुम्हें जान से मार दिया जायेगा. जिस समय घर के अंदर मुखिया के साथ मारपीट हो रही थी, उस वक्त पांच-छह हथियारबंद लोग घर के बाहर भी खड़े थे. बाद में सभी लोग वहां से हथियार लहराते हुए आराम से चलते बने.

27 जुलाई को भी लेवी मांगने पहुंचे थे उग्रवादी : 27 जुलाई को पांच-छह हथियारबंद लोगों ने झामको मुंडा के घर आकर उनसे पीएलएफआइ के नाम पर लेवी मांगी थी. साथ ही उनके घर के बाहर लेवी की मांग से संबंधित पर्चा छोड़ा था. प्रखंड के अन्य मुखिया ने भी चान्हो थाना में आवेदन देकर क्षेत्र में सक्रिय उग्रवादियों को शीघ्र गिरफ्तार करने व सभी को सुरक्षा दिलाने की मांग की है.

कौन है कृष्णा यादव उर्फ कृष्णा गोप : 23 मार्च 2013 को बलसोकरा पंचायत के पूर्व मुखिया भोला उरांव की गोली मार कर दी गयी थी. इसी घटना के बाद पहली बार कृष्णा यादव उर्फ कृष्णा गोप का नाम सुर्खियों में आया था. वह बलसोकरा के ही करमटोली का निवासी है. बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. जेल से बाहर आने के बाद वह पीएलएफआइ से जुड़ गया था. उस पर कुड़ू थाना में 15, खलारी में छह, चान्हो में सात और बुढ़मू में सात मामले दर्ज हैं.

  • दरवाजा खुलवाने के लिए मुखिया के भाई को लेकर पहुंचे थे उग्रवादी

  • मुखिया को लात-घूंसों से पीटा लेवी नहीं देने पर हत्या की धमकी

Post by : Pritish Sahay

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