RANCHI NEWS : नयी सोच और जोश के साथ गढ़ेंगे बच्चों का भविष्य
प्रभात तारा-एचइसी धुर्वा मैदान में शुक्रवार को पीजीटी (स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षक) के 1481 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र मिला. इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने हाथों 24 पीजीटी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिये.
राज्य के प्लस टू शिक्षकों को मिला नियुक्ति पत्र, सभी चेहरे खिलखिलाये
रांची. प्रभात तारा-एचइसी धुर्वा मैदान में शुक्रवार को पीजीटी (स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षक) के 1481 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र मिला. इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने हाथों 24 पीजीटी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिये. इसमें चतरा के रोहित कुमार कुशवाहा, देवघर की स्वीटी कुमारी और धनबाद के राहुल कुमार सहित सभी जिले के एक-एक शिक्षक शामिल हैं. मुख्यमंत्री के हाथों नियुक्त पत्र पाकर नवनियुक्त शिक्षकों के चेहरे खुशी से खिल उठे. सभी ने एक स्वर में बेहतर शिक्षा देने का संकल्प लिया. कहा कि : नयी सोच और जोश के साथ झारखंड के बच्चों का भविष्य गढ़ेंगे. नयी तकनीक की मदद से सरकारी स्कूलों की तस्वीर बदलने की कोशिश होगी. मालूम हो कि यह नियुक्ति प्रक्रिया स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की निदेशालय द्वारा पूरी की गयी है.शिक्षक की नौकरी समाज सुधारने के लिए है
नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा है कि शिक्षक की नौकरी वेतन और पेंशन के लिए नहीं बल्कि समाज सुधारने के लिए है. जमाने से यही परंपरा रही है कि जैसा शिक्षक रहा, वह समाज वैसा ही बना. उन्होंने शिक्षकों से कहा कि बच्चों के बीच आपको साइंटिफिक टेंपरामेंट पैदा करना होगा. उनके बीच प्रश्न पूछने की आदत डालनी होगी. शिक्षक अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा, लगन एवं ईमानदारी के साथ करें. श्री उरांव ने कहा कि इस सरकार ने पिछली सरकारों से कहीं ज्यादा काम करके दिखाया है. इस दौरान नव नियुक्त शिक्षकों से ड्रग्स (नशा) के बढ़ते चलन पर अंकुश लगाने की भी अपील की. कहा कि आपको सिर्फ सुबह 10 से शाम चार बजे तक स्कूली पाठ्यक्रम नहीं बल्कि प्रत्येक बच्चे पर निगरानी और ध्यान रखना होगा.विषम परिस्थिति से लड़कर नौकरी के द्वार खोले गये
श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विषम परिस्थितियों में जो निर्णय लिया है, उससे कितने घरों में चिराग जलनेवाले हैं. मुख्यमंत्री के नेतृत्व में रोजगार और विकास की बयार बह रही है. मुख्यमंत्री ने कोविड-19 से उत्पन्न स्थितियों को विषम परिस्थितियों में संभाला. सभी वर्गों के लिए विकास में भागीदारी सुनिश्चित करायी. 2014 से 2019 तक तोड़-जोड़ वाली डबल इंजन की सरकार में भी गांव का विकास नहीं हुआ. विधवा-वृद्धा पेंशन के लिए लोगों को दर-दर भटकना पड़ता था, आज उन्होंने इसे अपनी प्राथमिकता में शामिल किया. सीएम ने सभी क्षेत्रों में नियुक्तियों के द्वार खोले हैं.बच्चों को बेहतर शिक्षा देना हमारी प्राथमिकता
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के मंत्री वैद्यनाथ राम ने कहा कि बच्चों को बेहतर शिक्षा देना हमारी प्राथमिकता है. बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा के लिए शिक्षकों की कमी दूर करना जरूरी है. राज्य सरकार शिक्षकों की कमी दूर करने के लगातार नियुक्ति कर रही है. राज्य में 26 हजार सहायक आचार्यों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है. सरकारी स्कूल के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले, इसके लिए पंचायत स्तर तक आदर्श विद्यालय खोले गये हैं. सरकारी स्कूलों को सीबीएसइ से मान्यता दिलायी गयी है. अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई शुरू की गयी है. उन्होंने शिक्षकों से कहा कि वे बच्चों को अच्छी शिक्षा दें. ड्राॅपआउट कम करने का प्रयास करें. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के प्रभारी सचिव उमाशंकर सिंह ने कहा कि शिक्षकों का पदस्थापन उन विद्यालयों में किया गया है, जहां शिक्षकों की कमी है. शिक्षकों की कमी के कारण ड्राॅपआउट बढ़ता है. आनेवाले दिनों में और शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी. साथ ही 589 शिक्षकों को जल्द नियुक्ति पत्र दिया जायेगा. साथ ही सेवानिवृत्त होनेवाले शिक्षकों को सेवानिवृत्ति के दिन सेवालाभ की राशि मिल जाये, इसके लिए आवश्यक प्रक्रिया शुरू की गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है