PM Modi Gift: ‘बजट में झारखंड रेलवे को मिले 7302 करोड़, बिछ रही 3251 KM नयी रेल लाइन’ बोले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव
PM Modi Gift: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रांची के हटिया स्थित डीआरएम कार्यालय में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान पत्रकारों से कहा कि झारखंड की रेल परियोजनाओं के लिए फंड की कमी नहीं है. बजट में झारखंड रेलवे को 7302 करोड़ मिले हैं. 3251 किलोमीटर नयी रेल लाइन बिछ रही है.
PM Modi Gift: रांची-रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि झारखंड की रेल परियोजनाओं के लिए फंड की कमी नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में रेल परियोजनाओं का सबसे अधिक विकास हुआ है. रांची रेल मंडल में रेल विकास कार्यों के लिए बजट में विशेष प्रावधान किया गया है. ये बातें उन्होंने सोमवार को हटिया स्थित डीआरएम कार्यालय में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान पत्रकारों से कहीं. उन्होंने कहा कि वर्ष 2025-26 के लिए 7302 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं. यह वार्षिक औसत वर्ष 2009-2014 के 457 करोड़ रुपये का 16 गुना अधिक है. वहीं, झारखंड में 56,694 करोड़ रुपये से 34 योजनाएं पहले से ही चल रही हैं. इसके तहत 3251 किलोमीटर नयी रेल लाइन बिछायी जा रही है.
1311 किमी नयी रेल ट्रैक का हुआ निर्माण
रेल मंत्री ने कहा कि झारखंड में सौ प्रतिशत ट्रेनों का परिचालन विद्युतीकरण प्रणाली से हो रहा है. वर्ष 2014 से लेकर अब तक कुल 1311 किमी नयी रेल ट्रैक का निर्माण किया गया है. जो यूएई जैसे देश के रेल नेटवर्क से अधिक है. वर्ष 2014 से अब तक 943 किमी विद्युतीकरण किया गया है. 57 स्टेशनों को ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत विकसित किया जा रहा है, जिसके लिए 2134 करोड़ आवंटित हैं.
1693 किमी रेल लाइन में ‘कवच योजना’ की स्वीकृति
रेल मंत्री ने कहा कि ट्रेनों की उच्चतम सुरक्षा तकनीक कवच के लिए झारखंड में 1693 किमी रेल लाइन में ‘कवच योजना’ की स्वीकृति दी गयी है, जिसमें 400 किमी रेल लाइन के लिए निविदा निकाली गयी है. वर्ष 2014 से 2024 तक कुल 445 रेल फ्लाइओवर और अंडर ब्रिज निर्माण का कार्य, 34 स्टेशनों पर लिफ्ट, 14 एक्सक्लेटर और 215 स्टेशनों पर वाईफाई की सुविधा दी गयी है. झारखंड में 12 वंदे भारत ट्रेनों का परिचालन हो रहा है. जो 14 जिला से होकर जाती है और 22 स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है. झारखंड को नयी वंदे भारत स्लीपर कोच मिलेगा के सवाल पर रेलमंत्री ने कहा कि इसका उत्पाद बड़े स्तर पर किया जा रहा है. जो सभी राज्यों में चलेगी. इस अवसर पर डीआरएम जसमीत सिंह बिंद्रा, सीनियर डीसीएम निशांत कुमार सहित रेलवे के अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे.
राज्य में विकसित हो रहे हैं 57 अमृत भारत स्टेशन
रेल मंत्री ने कहा कि झारखंड के 57 स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है. इनमें बालसिरिंग, बानो, बड़ाजामदा जंक्शन, बरकाकाना, बासुकीनाथ, भागा, बोकारो स्टील सिटी, चाईबासा, चक्रधरपुर, चांडिल, चंद्रपुरा, डालटनगंज, डांगोआपोसी, देवघर, धनबाद, दुमका, गम्हरिया, गंगाघाट, गढ़वा रोड, गढ़वा टाउन, घाटशिला, गिरिडीह, गोड्डा, गोविंदपुर रोड, हैदरनगर, हटिया, हजारीबाग रोड, जामताड़ा, जपला, जसीडीह, कतरासगढ़, कोडरमा, कुमारदुबी, लातेहार, लोहरदगा, मधुपुर, मनोहरपुर, मोहम्मदगंज, मुरी, एनएससीबी, गोमो, नगरऊंटारी, नामकुम, ओरगा, पाकुड़, पारसाथ, पिस्का, राजखरसावां, राजमहल, रामगढ़ कैंट, रांची, साहिबगंज, शंकरपुर, सिल्ली, सिनी, टाटा, टाटीलसिल्वे व विद्यासागर स्टेशन शामिल हैं.
रांची, हटिया और टाटानगर स्टेशन री-डेवलपमेंट पर 1147 करोड़ का खर्च
रेल मंत्री ने कहा कि राज्य के तीन प्रमुख स्टेशनों में रांची, हटिया व टाटानगर स्टेशन का री-डेवलपमेंट का कार्य चल रहा है. इसकी कुल लागत 1147 करोड़ रुपये है. रांची स्टेशन का 444 करोड़ रुपये से री-डेवलपमेंट हो रहा है. इसके तहत स्टेशन के दक्षिणी भाग में स्टेशन बिल्डिंग, रेल कर्मियों के लिए आवास, प्लेटफार्म संख्या-6, एफओबी और सेकेंड इंट्री अप्रोच रोड, वाटर टैंक का कार्य अंतिम चरण में है. वहीं, हटिया स्टेशन का री-डेवलपमेंट कार्य 355 करोड़ की लागत से शुरू किया गया है. टाटानगर स्टेशन का री-डेवलमेंट कार्य 348 करोड़ की लागत से होगा. जिसके लिए निविदा निकाली गयी है.
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