रांची : प्रधानमंत्री मोदी कल देवघर आएं थे. जहां उन्होंने 16 हजार करो़ड़ से अधिक योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. जबकि कई पूर्ण हो चुकी योजनाएं राज्य की जनता को सुपुर्द कीं. हर्ष का विषय यह है कि राजधानीवासियों के हिस्से भी केंद्र प्रायोजित पांच योजनाएं आयी हैं. जिनमें से एक रेलवे स्टेशन की री-डेवलपमेंट योजना भी है
रांची रेलवे स्टेशन के री-डेवलपमेंट की योजना वर्ष 2060 में यात्रियों के अनुमानित आवागमन को लेकर तैयार की गयी है. योजना की लागत 447 करोड़ रुपये आंकी गयी है. रांची रेलवे स्टेशन से वर्ष 2019-20 में औसतन प्रतिदिन 38946 यात्री विभिन्न ट्रेनों से आना-जाना करते हैं. वर्ष 2060 में प्रतिदिन 1,38,350 यात्रियों की संख्या होने का अनुमान लगाया गया है.
रांची रेलवे स्टेशन की पुनर्विकास योजना के तहत स्टेशन के उत्तर और दक्षिण छोर पर तीन-तीन मंजिलों वाली दो बिल्डिंगों का निर्माण किया जायेगा. उत्तरी छोर की स्टेशन बिल्डिंग का क्षेत्रफल 11,824 स्क्वायर मीटर होगा, जबकि दक्षिणी छोर के भवन का क्षेत्रफल 8376 स्क्वायर मीटर होगा. दोनों बिल्डिंगों को आरओबी के जरिये आपस में जोड़ा जायेगा. स्टेशन बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर पर यात्रियों के लिए सुविधाओं के इंतजाम किये जायेंगे. वहीं, सेकेंड फ्लोर पर रेलवे का विभिन्न कार्यालय होंगे.
दोनों भवनों में 8120 स्क्वायर मीटर का वेटिंग एरिया बनेगा, हर वेटिंग एरिया में एक साथ 1650 यात्री बैठ सकेंगे.
स्टेशन में 10 लिफ्ट और 17 स्वचालित सीढ़ियां लगेंगी. यात्रियों के लिए 72 मीटर चौड़ा कोनकोर्स बनेगा.
स्टेशन बिल्डिंग में 27 रिटायरिंग, फूड प्लाजा, रेस्टूरेंट, वीआइपी लाउंज, दिव्यांगों के लिए अलग शौचालय बनेगा.
योजना के तहत प्रस्तावित स्टेशन बिल्डिंग के सामने जमीन को नीट एंड क्लीन भूमि के रूप में विकसित किया जायेगा.
स्टेशन से बाहर निकलने के चार दरवाजे होंगे. पटेल चौक के पास लोहरदगा ट्रेन के लिए अलग से इंट्री प्वाइंट बनेगा.
छत पर सोलर पैनल और रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया जायेगा. भवन में अग्निशमन यंत्र की व्यवस्था होगी.
पार्किंग एरिया में 150 से अधिक चार पहिया व 800 से अधिक दोपहिया वाहन खड़े करने की व्यवस्था की जायेगी.
पार्सल और यात्री वाहन के आवाजाही से अलग-अलग व्यवस्था होगी. नामकुम स्टेशन की ओर से एफओबी बनेगा.