झारखंड प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि पीएम विश्वकर्मा योजना गांव के पारंपरिक रोजगार हुनर और कौशल को बढ़ावा देने की योजना है. इससे आत्मनिर्भर भारत का संकल्प पूरा होगा. ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी. बाबूलाल मरांडी बुधवार (18 अक्टूबर) को रांची स्थित प्रदेश बीजेपी कार्यालय में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने इस योजना के लिए 13,000 करोड़ रुपये अलग से आवंटित किए हैं. इस कार्यक्रम से जुड़ने वाले लोगों को एक सप्ताह और 15 दिन का प्रशिक्षण कैटेगरी वाइज देकर उन्हें और भी कुशल बनाने का कार्य किया जाएगा. इस योजना के तहत प्रशिक्षण के बाद उपयोग में आने वाले टूल किट का भी प्रोत्साहन के रूप में वितरण किया जायेगा. उन्हें प्रमाण पत्र निर्गत किया जायेगा. साथ ही उन्हें एक क्रेडिट कार्ड भी दिया जायेगा. सारा ट्रांजेक्शन डिजिटल माध्यम से होगा. इसके अलावा सरकार इनके द्वारा बनाये गये वस्तुओं की मार्केटिंग की भी संपूर्ण व्यवस्था करेगी.
तीन लाख रुपए तक लोन ले सकेंगे : बाबूलाल मरांडी
इस योजना के तहत एक लाख से लेकर तीन लाख तक का लोन ले सकेंगे. बिहार भाजपा के महामंत्री सह योजना के झारखंड प्रभारी मिथिलेश तिवारी ने विभिन्न जिलों से आये प्रतिनिधियों को विस्तार से जानकारी दी. कार्यक्रम में महामंत्री प्रदीप वर्मा, महामंत्री बालमुकुंद सहाय के साथ-साथ विभिन्न जिलों से आये हुए जिला के कार्यकर्ता मौजूद थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पवन साहू ने की.
मिथिलेश तिवारी ने दी विस्तृत जानकारी
मरांडी ने कहा कि इस महत्वाकांक्षी योजना से आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार होगा. ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी. इसकी विस्तृत जानकारी बिहार बीजेपी के महामंत्री सह योजना के झारखंड प्रभारी मिथिलेश तिवारी ने विभिन्न जिलों से आए प्रतिनिधियों को दी. कार्यक्रम में महामंत्री प्रदीप वर्मा, महामंत्री बालमुकुंद सहाय के साथ-साथ विभिन्न जिलों से आए जिला के कार्यकर्ता मौजूद थे.
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