प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के टेंडर देने में भारी गड़बड़ी, मनचाहे तरीके से ठेकेदारों को दिया गया काम
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के टेंजर देने में भारी गड़बड़ी हुई है, ठेकेदारों को मानचाहे तरीके से काम दे दिया गया न ही इसमें प्रावधान देख गया और न ही कागजात. विभाग ने इसे गंभीरता से लिया है और जांच का आदेश दे दिया है.
रांची: प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाइ) के टेंडर निबटारा में भारी गड़बड़ी हुई है. मनचाहे तरीके से ठेकेदारों को काम देने का मामला सामने आया है. जिस ठेकेदार को जहां काम देना है, उसे वहां दिया गया. न तो प्रावधान देखे गये और ही कागजात ही. पहले से तय कर ठेकेदारों को काम दिया गया. 50 से ज्यादा शिकायतें विभाग को मिली हैं, इसके बाद विभाग ने इसे गंभीरता से लिया और जांच का आदेश दे दिया है.
फिलहाल 25 से अधिक योजनाओं की जांच करायी जायेगी. जांच के बाद टेंडर निबटारा में हुई गड़बड़ी के मामले में कार्रवाई की जायेगी. टेंडर रद्द करने की भी कार्रवाई की जा सकती है. सारे टेंडर का निबटारा जेएसआरआरडीए द्वारा किया गया है. भारत सरकार ने झारखंड के लिए योजना के तहत सड़कों की स्वीकृति दी थी. इसमें से 350 से अधिक योजनाओं का टेंडर जारी किया गया था. ये करीब 2000 करोड़ की योजनाएं है.
इन्हीं योजनाओं का टेंडर निबटारा किया गया है. शिकायत के मुताबिक बड़ी संख्या में ऐसे मामले हैं जिसमें छह, आठ, 10 या 12 जितने भी ठेकेदारों ने टेंडर भरा, अंत में सबको डिसक्वालिफाई कर दिया गया, केवल दो को ही क्वालिफाई किया गया. दो में एक को काम दे दिया गया.
दो इसलिए रखा गया, ताकि टेंडर कैंसिल न हो. ये भी शिकायतें मिली है कि जिन ठेकेदारों को एक योजना में डिसक्वालिफाइ किया, यानी उन्हें अयोग्य कह कर हटा दिया गया, फिर उन्हें दूसरी योजनाओं में कैसे क्वालिफाइ कर दिया गया. इस पर सवाल खड़ा किया गया है कि एक ही पेपर पर किसी योजना में डिसक्वालिफाइ, तो किसी योजना में क्वालिफाइ कैसे किया गया. इस मामले की भी जांच करायी जायेगी.
Posted by: Sameer Oraon