Jharkhand News: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दस्तावेज में जालसाजी कर जमीन की खरीद-बिक्री के मामले में गिरफ्तार आईएएस अधिकारी छवि रंजन को पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश दिनेश राय की कोर्ट में शुक्रवार को पेश किया. कोर्ट ने छवि रंजन को एक दिन के न्यायिक हिरासत में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा भेज दिया है. इस दौरान ईडी ने कोर्ट से 10 दिनों का रिमांड मांगा, पर कोर्ट ने उन्हें एक दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. अब शनिवार छह मई को कोर्ट में उनकी फिर पेशी होगी.
गुरुवार की रात ईडी ने छवि रंजन को किया गिरफ्तार
बता दें कि 10 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद गुरुवार की रात ईडी ने छवि रंजन को गिरफ्तार किया. इसके बाद शुक्रवार को उसे पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया. बुद्ध पूर्णिमा की वजह से कोर्ट की जगह जज कॉलोनी स्थित विशेष न्यायाधीश के आवास में पेश करने की चर्चा थी, लेकिन पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश के कोर्ट में उनकी पेशी हुई.
छवि रंजन से मिलने पत्नी और वकील पहुंचे थे
गुरुवार की रात छवि रंजन की गिरफ्तारी से पहले उनकी पत्नी को मुलाकात करने के लिए ईडी ऑफिस बुलाया गया. कुछ देर रुकने के बाद उनकी पत्नी वहां से निकली. इस दौरान छवि रंजन के अधिवक्ता भी ईडी ऑफिस पहुंचे थे. अपने मुवक्किल से मिलने के बाद अधिवक्ता ने विस्तार से कुछ नहीं बताया था. सिर्फ अपने मुवक्किल से मिलने की बात कहते हुए निकल गये थे.
जज कॉलोनी की जगह पीएमएलए कोर्ट में छवि रंजन को किया पेश
शुक्रवार की सुबह से ही ईडी ऑफिस के बाहर गहमा-गहमी तेज थी. सुबह में छवि रंजन के घर से खाना आया. उनके स्वास्थ्य की जांच के लिए डॉक्टर भी पहुंचे. डॉक्टर ने छवि रंजन के स्वास्थ्य की जांच करने के बाद स्थिति सामान्य बताया. इसके बाद छवि रंजन को जज कॉलोनी ले जाने की चर्चा होने लगी. लेकिन, ऐन वक्त पर ईडी ने छवि रंजन को जज कॉलोनी की जगह पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश के कोर्ट में पेश किया.
जमीन घोटाले से जुड़े दस्तावेज में उलझे छवि रंजन
बता दें कि ईडी ने अपने जांच के दौरान पावर ब्रोकर के रूप में चिह्नित प्रेम प्रकाश सहित जमीन के दस्तावेज में जालसाजी करने वालों के साथ छवि रंजन के मधुर संबंधों और उन्हें मदद पहुंचाने से संबंधित तथ्य मिले. गुरुवार को ईडी की पूछताछ के दौरान छवि रंजन ने खुद को निर्दोष साबित किया और सभी आरोप अपने अधीनस्थ कर्मचारियों पर मढ़ते रहे. वहीं, छवि रंजन ने प्रेम प्रकाश से मिलने की बात से भी इनकार किया. हालांकि, जमीन घोटाले से जुड़े दस्तावेज को दिखा कर पूछे गये सवालों में छवि रंजन उलझ गये.