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पोइला बोइशाख पर्व आज, बांग्ला नवर्ष की होगी शुरुआत

रविवार को बांग्ला नव वर्ष का आगाज हो रहा है. बंग समुदाय में पोइला बोइशाख का पर्व यानी कि नव वर्ष मनाया जायेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | April 14, 2024 1:15 AM

रांची. रविवार को बांग्ला नव वर्ष का आगाज हो रहा है. बंग समुदाय में पोइला बोइशाख का पर्व यानी कि नव वर्ष मनाया जायेगा. बंग समुदाय आज से शुभ कार्यों की शुरुआत भी करेंगें. लोग एक-दूसरे को शुभो नोबो बोरसो कहकर नव वर्ष की बधाई और शुभकामनाएं देंगे. रविवार को सुबह से ही बंग समुदाय के लोग नये कपड़ों में दुर्गा बाड़ी और काली बाड़ी में पूजा-अर्चना करने के लिए पहुंचेंगे. पूजा-अर्चना के बाद अपने प्रियजनों और रिश्तेदारों के पास जाकर नव पर्व मनायेंगे. वहीं व्यवसायियों के लिए आज का दिन बहुत खास होता है. आज से व्यवसायी नये बही खाते की शुरुआत करते हैं. उनकी दुकानों अथवा उनके घरों में लक्ष्मी-गणेश की पूजा होती है. कई पकवान और मिठाई पर्व में खास रूप से बनाये जाते हैं. वहीं मछली के अलग-अलग व्यंजन इस पर्व में आवश्यक रूप से बनते हैं. बंग समुदाय के अलग-अलग समूहों के बीच सांस्कृतिक आयोजन भी होते हैं. नव वर्ष पर आज और कल राजधानी के कई इलाकों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा. पूरा बंग समुदाय नव वर्ष के उल्लास में डूबा हुआ है.

101 बच्चियों की शिक्षा का भार उठाया

बांग्ला नव वर्ष 1431 आज से आरंभ हो रहा है. इसी के साथ ही रांची के बंग समाज के सांस्कृतिक कर्मियों ने 101 बच्चियों की शिक्षा का भार उठाया. इस वर्ष समाज नारी शिक्षा पर जोर दे रहा है. रांची समेत दूसरे शहर के बंग सांस्कृतिक कर्मियों ने बेटियों की शिक्षा के लिए चेक सौंपा है. एलइबीबी हाइस्कूल की कमेटी को बच्चियों की शिक्षा के लिए चेक सौंपा जायेगा. इसी कड़ी में मैत्रीय क्लब, डोरंडा में आयोजित कार्यक्रम में इसकी घोषणा की गयी. सांस्कृतिक कर्मी सुबीर लाहिड़ी ने बताया कि नारी शिक्षा का प्रसार हो. सांप्रदायिक समृद्धि हो और हिंदू ,मुस्लिम, सिख व ईसाई सभी एक साथ मिलकर रहें. भाईचारगी का प्रसार हो . इस अवसर पर कवियों रजनीकांत सेन, अतुल प्रसाद और काजी नजरूल इस्लाम सहित अन्य कवियों के गीत-संगीत की प्रस्तुति दी गयी. मौके पर सचिव सुबीमल मुखर्जी, अनुपम चौधरी, अपराजिता भट्टाचार्या व अन्य उपस्थित थे.

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