Political news : विधानसभा चुनाव के बाद जमीनी स्तर पर पकड़ बनाने में जुटे हैं झारखंड के राजनीतिक दल

पार्टियां संगठनात्मक बैठकों के जरिये जनता को साधने का प्रयास कर रही हैं. भाजपा व झामुमो की ओर से सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 28, 2025 8:28 PM
an image

रांची. झारखंड विधानसभा चुनाव बीतने के बाद राजनीतिक पार्टियां जमीनी स्तर पर अपनी पकड़ मजबूत करने और संगठन को दुरुस्त करने के लिए विभिन्न स्तरों पर काम कर रही हैं. पार्टियां संगठनात्मक बैठकों के जरिये जनता को साधने का प्रयास कर रही हैं. झामुमो, भाजपा समेत अन्य क्षेत्रीय दल अपने-अपने कोर वोट बैंक को मजबूत करने के साथ-साथ नये वोटर्स को आकर्षित करने में जुटे हैं. इसको लेकर भाजपा व झामुमो की ओर से सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है.

भाजपा ने राज्य में 60 लाख सदस्य बनाने का रखा लक्ष्य

भाजपा ने राज्य में 60 लाख व झामुमो ने 50 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है. झामुमो आदिवासी और ग्रामीण इलाकों में अपनी पकड़ बनाये रखने के लिए सामाजिक और आर्थिक मुद्दों को उठा रहा है, जबकि भाजपा विकास के एजेंडे और केंद्रीय योजनाओं को सामने रख रही है. इसके अलावा कांग्रेस और अन्य क्षेत्रीय दल गठबंधन बनाने और कमजोर क्षेत्रों में अपनी स्थिति मजबूत करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. डिजिटल माध्यमों का भी बड़े पैमाने पर उपयोग किया जा रहा है, ताकि युवा वोटरों को जोड़ा जा सके.

सक्रिय सदस्य बनाने में जुटी भाजपा, 31 जनवरी के बाद शुरू होगी कमेटियों के गठन की प्रक्रिया

भाजपा संगठन महापर्व के तहत राज्य में सदस्यता अभियान चला रही है. पार्टी ने प्राथमिक सदस्य बनाने की प्रक्रिया पूरी कर ली है. अब सक्रिय सदस्य बनाने की कवायद चल रही है. 31 जनवरी को सक्रिय सदस्यता अभियान पूरा होने के बाद बूथ से लेकर जिला कमेटी के गठन की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. पार्टी का फोकस आदिवासी, पिछड़े वर्ग, शहरी, और युवा वोटरों पर है. पार्टी सदस्यता अभियान के लिए मोबाइल ऐप और वेबसाइट का व्यापक रूप से उपयोग कर रही है. हर बूथ पर 50-100 नये सदस्यों को जोड़ने का लक्ष्य तय किया गया है.

50 लाख लोगों को पार्टी से जोड़ने में जुटा है झामुमो

इधर, सत्ताधारी दल झामुमो ने भी संगठन की मजबूती को लेकर सदस्यता अभियान शुरू किया है, जो 28 फरवरी तक चलेगा. इस बार पार्टी ने राज्य में 50 लाख लोगों को पार्टी से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया है. जिलों कमेटियों को भंग कर नये सिरे से संगठन को दुरुस्त करने की कवायद शुरू की गयी है. इसको लेकर संयोजक मंडली का गठन किया गया है. इसमें पार्टी के सांसद, विधायक समेत केंद्रीय नेता हिस्सा ले रहे हैं. इसके बाद पार्टी के महाधिवेशन में केंद्रीय समिति के गठन को लेकर निर्णय लिया जायेगा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version