रांची : मनरेगा घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार झारखंड की आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल की आज फिर से ईडी कोर्ट में पेशी हुई. जिसमें ईडी की स्पेशल कोर्ट में सुनवाई के बाद उन्हें फिर से 22 जून तक बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में भेज दिया. इससे पहले ईडी उन्हें तीन बार रिमांड पर ले चुका है. ज्ञात हो कि झारखंड सरकार ने पहले ही उनके पद से उन्हें निलंबित कर दिया है.
गौरतलब है कि तकरीबन 1 माह पहले ईडी ने पूजा सिंघल के आवास समेत देश के 20 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस दौरान ईडी ने 19.31 करोड़ रुपये बरामद किये थे. इस मामले में ईडी ने पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा, सीए सुमन कुमार सहित कई लोगों से पूछताछ की है. हालांकि ईडी को अब तक लेन-देन से संबंधित कोई भी आंकड़ा नहीं मिला है.
ईडी ने कुछ दिन पहले मनी लाउंड्रिंग मामले में गिरफ्तार सीए सुमन कुमार के मोबाईल फोन की फोरेंसिक जांच की थी. जहां उन्हें कुछ खनन पदाधिकारियों से संपर्क में होने की जानकारी मिली. इस मामले की पड़ताल के लिए ईडी ने पाकुड़, साहिबगंज, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिम सिंहभूम के जिला खनन पदाधिकारियों से पूछताछ की. इस पूछताछ में एक बड़ा खुलासा हुआ. खनन पदाधिकारियों ने बताया कि सीए सुमन कुमार मनपसंद पोस्टिंग दिलाने के लिए अफसरों से पैसे की मांग करता था. हालांकि किसी भी अधिकारी ने सीए सुमन कुमार को पैसे देने की बात नहीं स्वीकारी.
इधर हाल ही इसी प्रकरण में फंसे सत्ता के करीबी माने जाने वाले प्रेम प्रकाश से भी ईडी ने पूछताछ की थी. लेकिन ईडी अब तक इस मामले की तार नहीं ढूंढ सकी है. छानबीन में ये बात जरूर सामने आयी कि बड़े से बड़े मामले फैसले में उनका हस्तक्षेप रहता था.
Posted By: Sameer Oraon