Post Corona Recovery Problems रांची : राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या में तो तेजी से कमी आयी है, लेकिन लोग अब पोस्ट कोविड (कोराेना के बाद के दुष्प्रभाव ) की समस्या से जूझ रहे हैं. कोरोना से ठीक होने के बाद कई लोगों में फेफड़े की समस्या उत्पन्न हो रही है. रिम्स के ट्रॉमा सेंटर में पोस्ट कोविड के लिए दो वार्ड तैयार किया गया है, जिसमें 23 मरीजों का इलाज किया जा रहा है.
रिम्स में ऐसे आधा दर्जन मरीज आइसीयू में भर्ती हैं, जिन्हें अस्पताल से छुट्टी के बाद दोबारा भर्ती करना पड़ा है. इन मरीजों को हाइफ्लो ऑक्सीजन या एनआइवी पर रखा गया है. वहीं निजी अस्पताल कोरोना निगेटिव होने के बाद रिम्स रेफर कर दे रहे हैं. रिम्स के ट्रॉमा सेंटर में पिछले दो दिन में ऐसे तीन मरीजों को भर्ती किया गया है.
विशेषज्ञों का कहना है कि गंभीर संक्रमितों में ऐसी समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है. कोरोना निगेटिव होने के बाद कुछ दिन तक घर में आराम करने के बाद लोग पुरानी जीवनशैली को अपना रहे हैं. भीड़ वाले इलाके में निकलने के बाद मेहनत वाला काम शुरू कर देने से सांस फूलने की समस्या हो जा रही है. कई को कमजोरी व बेचैनी की समस्या हो रही है. डॉक्टरों का कहना है कि गंभीर संक्रमित निगेटिव होने के बाद चार से छह सप्ताह तक घर में आराम करें. इसके बाद ही सामान्य जीवनशैली अपनायें.
पोस्ट कोविड की समस्या को देखते हुए रिम्स व सदर अस्पताल मेें ओपीडी शुरू की गयी है. रिम्स में प्रतिदिन 20 से 25 ऐसे मरीजों को परामर्श दिया जा रहा है. वहीं सदर अस्पताल में करीब 15 से 20 मरीजों को सलाह दी जा रही है. समस्या के आधार पर अस्पताल में मरीज को भर्ती भी किया जा रहा है.
Posted By : Sameer Oraon