रांची : रांची विश्वविद्यालय ने जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग के चार शिक्षकों का हड़बड़ी में तबादला कर दिया. यह भी नहीं देखा कि जिस कॉलेज में शिक्षकों का तबादला किया जा रहा है, वहां संबंधित भाषा की पढ़ाई होती भी है या नहीं. नतीजतन ज्वाइन करने पहुंचे शिक्षकों को कॉलेज प्रबंधन ने बैरंग लौटा दिया. इन शिक्षकों को घंटी के आधार पर भुगतान किया जाता है.
जानकारी के अनुसार, 16 दिसंबर को रांची विश्वविद्यालय के अनुबंध आधारित जनजातीय भाषा विभाग के चार शिक्षकों का शहर के दो कॉलेजों में तबादला किया गया है. इनमें कुड़ुख के शिक्षक अरुण अमित तिग्गा को जेएन कॉलेज धुर्वा भेजा गया, जबकि खोरठा की शिक्षिका अहिल्या कुमारी और हो के शिक्षक राम कुमार व सुरेश महतो को रामलखन सिंह यादव कॉलेज कोकर में भेजा गया. जब शिक्षक संबंधित कॉलेजों में पहुंचे, तो पता चला कि इन भाषाओं की पढ़ाई वहां होती ही नहीं है.
कॉलेज प्रबंधन ने शिक्षकों से कहा कि आप विवि जाकर अपनी समस्या बतायें. इसके बाद सभी शिक्षक विवि मुख्यालय पहुंचे और अपनी समस्या के संबंध में आवेदन दिया
हड़बड़ी में चार अनुबंधित शिक्षकों का तबादला, कॉलेज पहुंचे तो पता चला कि उनके विषय की पढ़ाई ही नहीं होती
दोनों कॉलेजों में इन विषयों के पद सृजित है, लेकिन इनकी पढ़ाई नहीं होती है. हम तैयारी कर रहे हैं कि इसकी पढ़ाई शुरू करें. शिक्षकों को परेशानी नहीं होगी.
– डॉ मुकुंद चंद्र मेहता, कुलसचिव, रांची विवि
Posted by : sameer oraon