इडी अफसरों को फंसाने के लिए प्रेम प्रकाश ने होली के दिन रांची जेल में बुलायी थी लड़की
पीएमएलए कोर्ट द्वारा फुटेज देने के आदेश के बाद उसे झारखंड हाइकोर्ट में चुनौती दी गयी. बाद में जेल प्रशासन ने हाइकोर्ट में दायर याचिका वापस ले ली. इसके बाद जेल की ओर से कुछ फुटेज दिये गये और बाकी के समय खत्म होने की वजह से डिलिट हो जाने की जानकारी दी गयी.
एक हजार करोड़ रुपये के अवैध खनन मामले समेत कई अन्य मामले के आरोपी जेल में बंद प्रेम प्रकाश ने बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, (रांची) में इडी के अफसरों को झूठे मुकदमे में फंसाने की साजिश रची. इसके लिए उसने जेल के अधिकारियों व बाहरी लोगों का भी सहयोग लिया. यही नहीं, उसने बड़े माओवादी से मिल कर इडी के अफसरों पर नक्सली हमला कराने की बात कही. उसके इनकार करने पर प्रेमप्रकाश ने गैंगस्टर से संपर्क साध हमला करने की बात कही. इसके बाद प्रेम प्रकाश उर्फ पीपी ने होली के मौके पर जेल में लड़की को बुलाकर इडी के अफसरों को दुष्कर्म मामले में फंसाने के लिए बुलाया. उस लड़की को जेल के ही तीन सिपाही लेकर आये थे. प्रवर्तन निदेशालय ने सुप्रीम कोर्ट में दायर शपथ पत्र में इन तथ्यों का उल्लेख किया है. शपथ पत्र में बताया गया है कि प्रेम प्रकाश के राज्य के बड़े अधिकारियों के साथ ही वर्तमान गृह सचिव से निकट संबंध है. उन्होंने प्रेम प्रकाश को सरकारी बॉडी गार्ड दिलाने में मदद की थी. इडी ने यह भी कहा है कि प्रेम प्रकाश के निर्देश पर मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार पिंटू ने विजय हांसदा को 10 लाख रुपये दिये थे. इसके बाद वह होस्टाइल हो गया. इडी ने मनी लाउंड्रिंग के मामलों की निष्पक्ष जांच और ट्रायल के लिए प्रेम प्रकाश को राज्य के बाहर के जेल में स्थानांतरित करने की मांग की है. इडी के शपथ पत्र में कहा गया है कि जेल में बंद दानिश रिजवान से मिली जानकारी के अनुसार, प्रेम प्रकाश द्वारा जेल अधीक्षक हामिद अख्तर और जेलर नसीम खान व बाहरी लोंगों से मिल कर साजिश रची जा रही है. दानिश रिजवान ने इसकी शिकायत इडी और मुख्य न्यायाधीश को देने के लिए पत्र भी लिखा था, जिसे जेल अधिकारियों ने नहीं भेजा. इस कोशिश के बदले उसे पहले कई दिनों तक ‘सेल’ में रखा गया. बाद में उसे दूसरे जेल में स्थानांतरित कर दिया गया.
प्रवर्तन निदेशालय ने सुप्रीम कोर्ट दायर किया शपथ पत्र, कहा
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प्रेम प्रकाश ने जेल में बंद माओवादी व गैंगस्टर से भी संपर्क साधा, दुष्कर्म मामले में फंसाने के लिए बुलायी गयी थी लड़की
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पिंटू ने विजय हांसदा को 10 लाख रुपये दिये, जिसके बाद वह होस्टाइल हो गया
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इडी ने निष्पक्ष जांच के लिए प्रेम प्रकाश को राज्य से बाहर के जेल में स्थानांतरित करने का आग्रह किया
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जेल के अंदर जूस के पैकेट में शराब भर तक लायी जाती है प्रेम प्रकाश के लिए
शपथ पत्र में यह भी कहा है कि सीसीटीवी फुटेज देने से बचने के लिए जेल के अधिकारियों ने कानूनी लड़ाई शुरू की. पीएमएलए कोर्ट द्वारा फुटेज देने के आदेश के बाद उसे झारखंड हाइकोर्ट में चुनौती दी गयी. बाद में जेल प्रशासन ने हाइकोर्ट में दायर याचिका वापस ले ली. इसके बाद जेल की ओर से कुछ फुटेज दिये गये और बाकी के समय खत्म होने की वजह से डिलिट हो जाने की जानकारी दी गयी.
प्रेम प्रकाश के खिलाफ पीएमएलए कोर्ट ले चुका है संज्ञान
इडी की ओर से दायर शपथ पत्र में कहा गया है कि प्रेम प्रकाश 1000 करोड़ रुपये के अवैध खनन के अलावा फर्जी दस्तावेज के सहारे जमीन की खरीद बिक्री के मामले में आरोपित है. पीएमएलए कोर्ट द्वारा दोनों मामलों में संज्ञान लिया जा चुका है. छापामारी के दौरान उसके घर से दो एके-47 राइफलें और 60 गोलियां जब्त की गयी थीं. दोनों राइफलें मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा में तैनात किये गये जवानों की थी. पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई नहीं की. मामले पर पर्दा डालने के लिए बारिश में राइफलों को भीगने से बचाने के लिए प्रेम प्रकाश के घर में रखे जाने की कहानी गढ़ ली.
जेल में बंद दानिश रिजवान ने इडी को साजिश की दी जानकारी
जेल में बंद दानिश रिजवान ने इडी अफसरों के खिलाफ जेल में प्रेम प्रकाश द्वारा रची जा रही साजिश की जानकारी दी. इस संबंध में उसने इडी और मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा, लेकिन जेल अधिकारियों ने पत्र को इडी या मुख्य न्यायाधीश के पास पहुंचने नहीं दिया. दानिश ने ही बताया कि प्रेम प्रकाश ने इडी के अधिकारियों को टारगेट करने के लिए बिरसा मुंडा जेल में बंद माओवादियों से बात की. उसके इंकार करने के बाद उसने जेल में बंद गैंगस्टरों से संपर्क साध अपनी योजना को क्रियान्वित करने की कोशिश की. फिर होली के मौके पर लड़की को बुला दुष्कर्म मामले में फंसाने का निर्देश दिया था. जेल के अधिकारियों को इन सभी बातों की जानकारी थी. उसने कहा कि जेल के अधिकारी प्रेम प्रकाश को जेल के अंदर सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं. जूस के पैकेज में शराब भर कर प्रेम प्रकाश के लिए लायी जाती है. उसके लिए जेल के उसके कमरे में ही कैरम बोर्ड की भी व्यवस्था की गयी है.