टीवीएनएल की एक यूनिट ठप हो गयी है. इस कारण राजधानी रांची समेत राज्यभर में लोडशेडिंग शुरू हो गयी है. टीवीएनएल के ललपनिया स्थित टीटीपीएस की यूनिट नंबर एक बंद हो गयी. इस यूनिट का ब्वॉयलर लीकेज हो गया, जिससे उत्पादन ठप हो गया. हालांकि यूनिट नंबर दो चालू है. एक यूनिट बंद होने से राज्य में लगभग 200 मेगावाट बिजली की कमी हो गयी.
उधर पावर एक्सचेंज से अतिरिक्त बिजली लेने पर केंद्र की रोक जारी है. इस कारण वहां से भी 200 मेगावाट बिजली कम मिल रही है. कुल मिलाकर राज्यभर में लगभग 400 मेगावाट बिजली की कमी हो गयी. दिन के दो बजे के बाद से ही राजधानी रांची समेत लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, लातेहार, पलामू, गढ़वा, खूंटी, जमशेदपुर व चाईबासा में लोडशेडिंग कर आपूर्ति हो रही थी. राज्य में बिजली की मांग लगभग 1200 मेगावाट तक थी, लेकिन उपलब्धता केवल 800 मेगावाट की ही थी.
राजधानी में एक बार फिर से बिजली कटौती ने लोगों को परेशान कर दिया है. सोमवार को सेंट्रल पूल से कम बिजली खरीद के चलते ग्रिडों को बिजली की आधी से कुछ कम (47℅) ही सप्लाई मिल सकी, बिजली कटौती के चलते देर शाम खपत के घंटों में (पिक ऑवर) के दौरान शहर में एक घंटे के अंतराल पर बिजली दी गयी. असमय होनेवाले कटौती से उपभोक्ता बुधवार शाम 5:22 के बाद से ही परेशान रहे.
यह परेशानी सभी डिवीजन में बनी रही. मेन रोड, अपर चुटिया, कृष्णापुरी, बहू बाजार, एयरपोर्ट रोड, हेतू बस्ती, रातू चट्टी, अरसंडे, सिंह मोड़, पुंदाग, पिस्का मोड़ और आईटीआई से जुड़े मोहल्लों में सबसे ज्यादा पावर ट्रिपिंग दर्ज की गयी.
ग्रिड से कम आपूर्ति होने से बारी-बारी से इसे उपभोक्ताओं को दिया गया. नामकुम ग्रिड को 85 की जगह करीब 50 मेगावाट, हटिया-1 को 110 की जगह पहले 60 फिर शाम छह बजे के बाद से 50 और कांके ग्रिड को 60 की जगह 30 मेगावाट लोड रिस्ट्रिक्शन के साथ चलाया गया. इसका परिणाम यह हुआ कि हटिया-1, नामकुम और कांके ग्रिड से जुड़े सभी 33 केवी पावर सब-स्टेशन को भी खपत से कम बिजली मिली. हालांकि रात 10.30 बजे के बाद बिजली आपूर्ति की स्थिति सामान्य हो गयी.