केंद्र का निर्देश- 16 मार्च से पूरी क्षमता से उत्पादन करें पावर प्लांट, कब आरंभ होगी TVNL की बंद पड़ी यूनिट?
कोयला आधारित संयंत्रों में कोयले का समुचित भंडार उपलब्ध कराया जायेगा. सभी राज्य बिजली निगम और बिजली उत्पादकों को यह निर्देश दे दिया गया है.
केंद्रीय विद्युत मंत्रालय ने गर्मी के मौसम के दौरान बिजली की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए रणनीति तैयार की है. उधर, दिल्ली में केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने समीक्षा बैठक कर अप्रैल और मई के दौरान बिजली की बढ़ती मांग पूरी करने के विभिन्न पक्षों पर चर्चा की. बैठक में ही सभी पावर प्लांटों को निर्देश दिया गया कि कोयला आधारित बिजली संयंत्रों का रख-रखाव पहले से कर लिया जाये, ताकि बिजली की तंगीवाले समय में रखरखाव की जरूरत न पड़े.
सभी आयातित कोयला आधारित प्लांट को धारा-11 के तहत निर्देश दिये जा चुके हैं कि वे 16 मार्च, 2023 से पूरी क्षमता से काम चालू कर दें. कोयला आधारित संयंत्रों में कोयले का समुचित भंडार उपलब्ध कराया जायेगा. सभी राज्य बिजली निगम और बिजली उत्पादकों को यह निर्देश दे दिया गया है. इधर, झारखंड में भी डीवीसी, एनटीपीसी, टीवीएनएल, टाटा पावर इसकी तैयारी कर रहे हैं.
गर्मी पूर्व ही टीवीएनएल की एक यूनिट में तकनीकी खामी आ गयी तो इसका मेंटनेंस कराया जा रहा है. टीवीएनएल के एमडी अनिल शर्मा ने बताया कि 12 मार्च से तेनुघाट की दोनों यूनिट से पूरी क्षमता से उत्पादन होने लगेगा. दूसरी ओर सिकिदिरी हाइडल को सात मार्च से बंद कर दिया गया है.
एसएलडीसी द्वारा इसे रिजर्व में रखा गया है कि ताकि गर्मी के मौसम में बिजली की अधिक मांग होने पर आपात स्थिति में हाइडल प्लांट को चालू किया जा सके. इधर, डीवीसी के अधिकारियों ने बताया कि कोडरमा, बोकारो प्लांट का मेंटेनेंस करा लिया जा रहा है. ताकि गर्मीं में पूरी क्षमता से प्लांट चल सके. मैथन में भी इसकी तैयारी की गयी है. एनटीपीसी के नॉर्थ कर्णपुरा से अभी पूरी क्षमता के साथ 660 मेगावाट का उत्पादन हो रहा है. इससे झारखंड को 160 मेगावाट बिजली दी जा रही है.