राजभवन बिजली सबस्टेशन से बिजली सप्लाई बाधित
पतरातू-हटिया ग्रिड के ट्रांसमिशन लाइन में काम होने के चलते 33 केवीए राजभवन बिजली सबस्टेशन से बिजली सप्लाई बाधित रही.
रांची़ पतरातू-हटिया ग्रिड के ट्रांसमिशन लाइन में काम होने के चलते 33 केवीए राजभवन बिजली सबस्टेशन से बिजली सप्लाई बाधित रही. इस दौरान 11 केवीए फीडर राजभवन, 11 केवीए सीएम हाउस, 11 केवीए वीआइपी और 11 केवीए अपर बाजार को छोड़ लगभग सभी फीडर्स में शटडाउन कर बारी-बारी से बिजली आपूर्ति की गयी. इस बीच रातू रोड, पहाड़ी, किशोरगंज से सटे इलाके में बिजली की सप्लाई रोक दी गयी. यहां कई फीडर्स में आधा से एक घंटा के लिए कई बार बिजली काटी गयी. तेज धूप में लगातार कई घंटे बिजली सबस्टेशन से आपूर्ति बंद रहने का असर लोगों के जनजीवन पर पड़ा. इस भीषण गर्मी में घंटों उन्हें बिना बिजली के गुजारनी पड़ी. इन इलाकों में बिजली आ भी रही थी, तो तुरंत कट जा रही थी. बिजली का आना-जाना उपभोक्ताओं को परेशान करता रहा. जेबीवीएनएल के दावों के विपरीत इससे जुड़े लगभग सभी इलाकों में कुछ घंटों तक बिजली की आंखमिचौली जारी रही. शहर के व्यवसायिक प्रतिष्ठान, मॉल और अपार्टमेंट में भी दिन भर जेनरेटर चलता रहा. ज्यादा देर तक बिजली कटौती के चलते लोगों के घरों में इन्वर्टर ने भी जवाब दे दिया. पतरातू-हटिया ग्रिड के बीच उच्च क्षमता ट्रांसमिशन लाइन सर्किट पर काम होना था. यह काम झिरी के पास ट्रांसमिशन टावर नंबर एट-सी, नाइन-सी पर होना था. यहां रिंग रोड के पास से हाई वोल्टेज कांके-राजभवन और हटिया-नामकुम क्रॉसिंग लाइन गुजरती है. सुरक्षात्मक दृष्टि से इस क्रॉसिंग को बंद किये बिना काम पूरा नहीं हो सकता था. पावर ग्रिड को जोड़ने वाले इस नये सर्किट को तैयार करने के लिए बिजली कर्मचारियों ने दिन भर कड़ी धूप में पसीना बहाया. हाइटेंशन ग्रिड से 33 केवीए सप्लाई बंद कर दो हाइटेंशन तारों के ऊपर से एक तीसरे उच्च पाेषण क्षमता वाले तार को गुजारना था. दिन में ढाई घंटे तक वायर स्पैनिंग का काम होता रहा.