Prabhat Khabar 40 years: सिविल सेवकों के प्रेरक की भूमिका में प्रभात खबर

प्रभात खबर ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक अदम्य आवाज के रूप में अपनी भूमिका निभाई है. इसने जनता के सामने बड़े घोटालों को उजागर करने की हिम्मत की है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 14, 2024 9:30 AM
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एसडी शर्मा, पूर्व राज्य चुनाव आयुक्त:

राष्ट्र सेवा के 40 वर्ष पूरे होने पर प्रभात खबर टीम को हार्दिक बधाई. इस महान उत्सव का हिस्सा बनना मेरे लिए खुशी और सौभाग्य दोनों है. प्रभात खबर की चुनौतियों से भरी चार दशकों की लंबी यात्रा लोगों की सेवा करने के लिए इसके सार्थक प्रयास का प्रतीक है. साझा मूल्यों के अंतर्निहित दर्शन व सच्चाई और विश्वास को मजबूत करने की प्रतिबद्धता के साथ प्रभात खबर ने अपनी यात्रा में एक पारदर्शी और न्यायसंगत सूचना पारस्थितििकी तंत्र को सफलतापूर्वक बनाया और बनाये रखा है.

14 अगस्त, 1984 को एक साधारण शुरुआत के साथ स्थापित, प्रभात खबर झारखंड के प्रमुख दैनिक समाचार पत्रों में से एक बन गया है. यह पश्चिम बंगाल, बिहार, ओड़िशा में निर्बाध तरीके से अपनी पहुंच बढ़ाता जा रहा है. प्रौद्योगिकी के साथ अपनी गति बनाये रखते हुए इसने पाठकों के साथ मजबूत जुड़ाव बनाये रखने के लिए ई-पेपर और नेट पर नियमित अपडेट का सराहनीय इस्तेमाल किया है. सूचना पारस्थितिकी तंत्र में होने वाली नवीनतम घटनाओं की लालसा रखने वाला पाठक वर्ग ई-पेपर और वेब पर इसके नियमित अपडेट की चाह रखता है. पाठकों के बीच सामाजिक और सामाजिक आर्थिक विकास में सच्चाई और प्रभात खबर से विश्वसनीय समाचार की चाहत पाठक व प्रभात खबर के बीच के बंधन की परिभाषा है.

प्रभात खबर ने समाज को प्रभावित करने वाले सामाजिक और आर्थिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया है. प्रसिद्ध न्यायविद सीरवई ने अपनी सुप्रसिद्ध पुस्तक ‘भारत के संवैधानिक कानून में लिखा है कि भारत द्वारा चुना गया लोकतंत्र का वेस्टमिंस्टर मॉडल संभवत: देश के लिए सबसे उपयुक्त प्रणाली है. पर यह प्रणाली राज्य के सभी चार स्तंभों विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका और प्रेस (मीडिया) में उच्चतम स्तर की सत्यनष्ठिा, नैतिकता और ईमानदारी की अपेक्षा करती है. सीरवई आगे कहते हैं कि 1950 के दशक से ही इन मूल्यों में क्षरण शुरू हो गया था. उपरोक्त मूल मूल्यों को बनाये रखने के सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद क्षरण रूक नहीं रहा है.

प्रभात खबर ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक अदम्य आवाज के रूप में अपनी भूमिका निभाई है. इसने जनता के सामने बड़े घोटालों को उजागर करने की हिम्मत की है. भ्रष्टाचार के खिलाफ सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी बढ़ाने के लिए एक निरंतर आवाज बनकर उभरा है. इसकी भयमुक्त और सच्ची रिपोर्टिंग ने लोगों की आवाज को आकार दिया है. जिससे मूल्यों, सत्यनष्ठिा, नैतिकता और ईमानदारी पर आधारित लोकतांत्रिक राजनीति को मजबूती मिली है.

मुझे अनेकों चुनौतीपूर्ण कार्यों में झारखंड के लोगों की सेवा करने का सौभाग्य मिला और मैं इस बात से संतुष्ट हूं कि मैंने अपनी सर्वोत्तम क्षमता से राज्य और लोगों की सेवा की और प्रतिबद्धता के साथ काम किया. 32 वर्षों के अंतराल के बाद झारखंड में पहला पंचायत चुनाव, राज्य में शहरी स्थानीय निकायों का चुनाव, उक्त चुनावों के लिए सीटों का आरक्षण, पहली संयुक्त प्रवेश परीक्षा, नयी उत्पाद नीति, भ्रष्टाचार के खिलाफ निरंतर व निवारक कार्रवाई, नयी परियोजनाओं के लिए भूमि अधग्रिहण, राहत अभियान आदि कुछ ऐसे हैं, जो मुझे आज याद हैं. इनमें से प्रत्येक काम में अपनी जिम्मेवारी निभाते हुए मैंने पाया कि आम तौर पर मीडिया और विशेष रूप से प्रभात खबर को महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए पाया. जिससे मुझे कमियों को सुधारने और लोगों का विश्वास हासिल करने में सुधार करने में मदद मिली.

समय पर डिलीवरी के लिए मेरी प्रतिबद्धता में प्रगति के साथ आगे बढ़ने में मदद मिली. प्रभात खबर की भूमिका ने मुझे चुनौतियों को स्वीकार करने और लोगों को उनका हक दिलाने के लिए प्रेरित किया. यह एक अनूठा बंधन है, जिसका मैंने आनंद लिया है. आज भी इसे प्रेमपूर्वक याद करता हूं और यही बात मुझे इस विशेष अवसर पर प्रभात खबर के लिए अपनी श्रद्धा लिखने पर प्रेरित करती है. मैं इस विशेष अवसर पर टीम प्रभात खबर को हार्दिक बधाई देता हूं और उन्हें प्रभात खबर नामक आंदोलन को बनाये रखने और आनेवाले समय में भी इसी उत्साह और साहस के साथ देश के लोगों की सेवा करने के लिए सेवारत रहने की कामना करता हूं.

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