Prabhat Khabar 40 Years : 40 साल पूरे होने पर ईसाई समुदाय के लोगों ने दी शुभकामनाएं, कहा- शुरू से ही रहा भरोसेमंद साथी
प्रभात खबर को 40 साल पूरा करने पर इसाई समुदाय के लोगों ने शुभकामनाएं दी है. उन्होंने कहा है कि ये उनका भरोसेमंद साथी बना रहा. साथ ही साथ यह अखबार सामाजिक एकता कायम रखी है.
रांची : झारखंड का इसाई समुदाय प्रभात खबर को एक बेहतर और निष्पक्ष अखबार मानता है. ईसाई समुदाय से जुड़े सदस्य मानते हैं कि यह अखबार शुरुआत से ही उनका भरोसेमंद साथी बना रहा. यहां के विभिन्न चर्च के बिशप, पुरोहित और आम विश्वासियों नें प्रभात खबर को 40 साल के सफर के लिए बधाई दी है. रोम से फादर सुशील टोप्पो ने भी अपनी शुभकामनाएं भेजी हैं. ईसाई समुदाय का मानना है कि एक अखबार के जरिये सामाजिक एकता कायम रखी जा सकती है और प्रभात खबर यह काम बखूबी कर रहा है.
सच्चाई और कमजोर लोगों को मिला साथ
फादर सुशील टोप्पो ने रोम से प्रभात खबर को 40 वर्षों की निरंतर जनसेवा के लिए बधाई भेजी है. उन्होंने कहा कि आपने बड़ी ईमानदारी और सच्चाई से अपनी पत्रकारिता में सच और कमजोर वर्गों की आवाज बुलंद की है. विशेषकर हमारे आदिवासी भाइयों और बहनों के विशेष पर्वों, कला-सांस्कृतिक गतिविधियों, धरोहर और आदिवासी से संबंधित हर गंभीर मुद्दे को बड़े अहम तरीके से प्रकाशित किया है. आपने पत्रकारिता के माध्यम से सभी धर्मों के बीच साहिष्णुता, भाईचारा और एकता के मूल्यों को बढ़ावा दिया है. प्रभात खबर परिवार के सभी सदस्यों को पुनः आभार और आनेवाले दिनों के लिए शुभकामनाएं. आप हमेशा सच और कमजोर के साथ देते रहे.
समुदाय के मुद्दों को हमेशा मिली अहमियत
संत पॉल्स कॉलेज के प्राचार्य डॉ अनुज तिग्गा ने कहा कि प्रभात खबर ने संवाद प्रक्रिया को बखूबी निभाया है. अखबार ने ईसाई समुदाय से जुड़ी चीजों को प्रमुखता से प्रकाशित किया है. अखबार ने न सिर्फ चर्चों की धार्मिक गतिविधि की जानकारी दी है, बल्कि चर्चों के इतिहास व स्थापना के उद्देश्यों के साथ उसके सामाजिक व शैक्षणिक प्रयास और योगदान की भी विस्तृत जानकारी देने का कार्य किया है. इससे दूसरे समुदाय के बीच ईसाई समुदाय से जुड़ी मान्यता और चर्च से संबंधित कार्यों की जानकारी पहुंच पायी है. साथ ही ईसाई समुदाय ने भी समाज की मुख्यधारा से खुद को जुड़ा हुआ पाया है.
झारखंड का नंबर वन अखबार है प्रभात खबर
होली ट्रिनिटी चर्च के पेरिश प्रिस्ट (मुख्य पादरी) रेव्ह सिकंदर नाग ने कहा कि प्रभात खबर रांची और झारखंड का नंबर वन अखबार है. हमें लगता है कि झारखंड के लोग सबसे ज्यादा इसी अखबार को पसंद करते हैं. अखबार की विशेषता छोटी खबरों को भी बेहतर तरीके से प्रकाशित करना है. इसमें धार्मिक समुदायों की खबर भी प्रमुखता से प्रकाशित होती है. सामाजिक सौहार्द को बनाने में भी अखबार ने अपना योगदान दिया है. मसीही समुदाय की खबरों को भी बेहतर कवरेज मिलता है. ईसाई समुदाय के बीच अखबार ने अपनी अच्छी साख बनायी है.
हमेशा निष्पक्ष रहा प्रभात खबर
जीइएल चर्च के बिशप सीमांत तिर्की ने कहा कि किसी भी अखबार में निष्पक्षता होनी चाहिए और प्रभात खबर में यह निष्पक्षता झलकती है. प्रभात खबर अखबार का मसीही समुदाय से बेहतर रिश्ता रहा है. चालीसा के अवसर पर अखबार ने लगातार चालीस दिनों का कॉलम निकाला. उम्मीद करता हूं कि आगमन के अवसर पर भी ऐसे ही कॉलम निकाले जायेंगे. इसके अलावा चर्च से जुड़ी छोटी-बड़ी खबरें आती रहती हैं. अखबार एक ऐसा माध्यम है, जिससे सामाजिक एकता कायम रह सकती है. प्रभात खबर को अपनी इस भूमिका को निभाते रहना चाहिए. 40 साल का सफर पूरा करने के लिए प्रभात खबर टीम को बधाई देता हूं.
समाज में जागरूकता लाने का कर रहा कार्य
सीएनआइ छोटानागपुर डायसिस के सचिव रेव्ह जोलजस कुजूर ने कहा कि 40 वर्ष का सफर पूरा करने पर प्रभात खबर की पूरी टीम बधाई की पात्र है. इस अखबार ने झारखंड ही नहीं, बल्कि बिहार और बंगाल में भी लोगों के बीच अपनी जगह बनायी है. अखबार लोगों को सिर्फ खबरें देने का ही नहीं, बल्कि जागरूक करने का भी काम कर रहा है. अखबार के फ्रंट पेज पर लगा टैग लाइन, अखबार नहीं आंदोलन, सचमुच चरितार्थ होता है. समाज के उत्थान में अखबार ने आंदोलनकारी की भूमिका भी निभायी है. अखबार ऐसे ही आगे बढ़ता रहे, यह हमारी प्रार्थना है.
चर्च के संस्थानों की खबरें बेहतर छपती हैं
जीइएल चर्च के सेवानिवृत्त बिशप जोनसन लकड़ा ने कहा कि प्रभात खबर 40 साल पूरे करने जा रहा है. इस विशेष अवसर पर पूरे प्रभात खबर परिवार को बधाई देता हूं. प्रभात खबर का हमारे जीइएल चर्च में बड़ा योगदान रहा है. चर्च में जितनी भी संस्थाएं हैं, उनके कार्यक्रमों की जानकारी अखबार से मिल जाती है. शैक्षणिक खबरें भी बेहतर तरीके से लगती हैं. इस अखबार में सभी तरह के धार्मिक कार्यकम की खबरें रहती हैं.
प्रभात खबर ने कायम रखा विश्वास
फादर आनंद सुरीन कहते हैं कि प्रभात खबर अपने शुरुआती दौर से ही विश्वसनीय अखबार रहा है. यह अपनी खबरों में विभिन्न धर्मों की गतिविधियों की जानकारी देता है और इस तरह से सभी धर्मों के लोगों को एक सूत्र में बांधता भी है. इससे विभिन्न समुदाय की खबरों को एक प्लेटफॉर्म भी मिलता है. चालीसा के समय पर अखबार में चालीस दिनों तक कॉलम आता है. खबरों में तथ्यों की शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है.
मसीही समुदाय के लोग करते हैं पसंद
संत पॉल्स कैथेड्रल के पेरिस प्रिस्ट रेव्ह एस डेविड ने कहा कि 40 साल की अवधि में प्रभात खबर ने एक मुकाम हासिल किया है. इसके लिए प्रभात खबर परिवार को तहे दिल से बधाई देता हूं. मसीही समुदाय के बीच इस अखबार ने अपनी एक अच्छी छवि और जगह बनायी है. चर्च की खबरें काफी बेहतर तरीके से और रोचक अंदाज में प्रकाशित की जाती हैं. अखबार अपने सामाजिक दायित्वों को पूरा करने में भी भूमिका निभा रहा है. खबरों में सकारात्मकता दिखाई देती है.
निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए बधाई
संत अल्बर्ट्स कॉलेज के प्रोफेसर फादर प्रफुल्ल बड़ा ने कहा कि मसीही समुदाय के सदस्य प्रभात खबर को 40 वर्ष की यात्रा के लिए बधाई देते हैं. इस अखबार ने पत्रकारिता के क्षेत्र में जो निष्पक्षता, ईमानदारी और समर्पण दिखाया है, वह सराहनीय है. विभिन्न समुदायों का कवरेज उनकी आवाज को सशक्त बनाता है. ख्रीस्तीय समुदाय की विभिन्न घटनाओं और समारोहों का अच्छा कवरेज होता है. प्रभात खबर ने महत्वपूर्ण घटनाओं पर ध्यान केंद्रित किया है. पत्रकारिता के प्रति अखबार का समर्पण सराहनीय है. एक बार पुन: सभी को बधाई देता हूं.
खबरों में झलकती है निष्पक्षता
होलीफेथ अपोस्तोलिक डायसिस के आर्चबिशप डॉ एमएम पांडा ने कहा कि प्रभात खबर की खबरों में निष्पक्षता झलकती है. इसमें सभी समुदायों की खबरें बेहतर तरीके से लगती हैं. प्रभात खबर को 40 साल पूरे करने पर बधाई देता हूं. प्रभात खबर झारखंड में ईसाई समुदाय के लिए सबसे महत्वपूर्ण अखबार है, क्योंकि उनकी खबरें काफी प्रमुखता से प्रकाशित होती हैं. मेरी शुभकामना है कि अखबार आगे भी ऐसे मील का पत्थर गाड़ता चले.