Jharkhand News: प्रभात खबर डिजिटल कार्यशाला में बोले विशेषज्ञ- हाइपर लोकल बने डिजिटल कंटेंट
जिमखाना क्लब में बुधवार को प्रभात खबर डिजिटल कार्यशाला-22 हुई. विशेषज्ञों ने डिजिटल कंटेंट के विस्तार, रचनात्मक कंटेंट , तकनीक के बेहतर इस्तेमाल व विश्वसनीयता पर जोर दिया.
जिमखाना क्लब में बुधवार को प्रभात खबर डिजिटल कार्यशाला-22 हुई. विशेषज्ञों ने डिजिटल कंटेंट के विस्तार, रचनात्मक कंटेंट , तकनीक के बेहतर इस्तेमाल व विश्वसनीयता पर जोर दिया. कार्यशाला का विषय था : एन इंटरेक्टिव एंड लर्निंग प्रोग्राम ऑन करेंट एंड फ्यूचर डिजिटल ट्रेंड्स.
सौम्या मेनन
डिजिटल के जमाने में नये कलेवर में ढलते रहना होगा
डेलीहंट की वरीय निदेशक कंटेंट स्ट्रेटेजी सौम्या मेनन ने हाइपर लोकल मार्केट फॉर कंटेंट, कंटेंट स्ट्रेटेजी और वीडियो मार्केटिंग पर विचार दिये. उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय समाचार अब डिजिटल माध्यम से देश-विदेश के पाठकों तक पहुंचने की ताकत रखता है. इसके लिए न्यूज रिपोर्टर को ही कंटेंट क्रिएटर की जगह देनी होगी. अच्छे कंटेंट के लिए सिर्फ रचनात्मक सोच और नजरिया ही जरूरी नहीं है, बल्कि सटीक जानकारी से पूर्ण कंटेंट तैयार करना होगा.
उन्होंने कहा कि डिजिटल के जमाने में नये कलेवर में ढलते रहना होगा. इसमें क्षेत्रीय भाषा, सफलता की कहानी और समय पर बदले स्वरूप की प्रस्तुति में सहायक सिद्ध होगी. सौम्या ने म्यूट वीडियो के ट्रेंड की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि अब लोग अक्सर बिना आवाज वाले वीडियो देखते हैं, जिसमें टेक्स्ट की खास भूमिका है. लोग सिर्फ देख और पढ़कर ही कंटेंट समझ सकते हैं. सौम्या ने डिजिटल माध्यम का दायरा बढ़ाने के लिए तकनीक के बेहतर इस्तेमाल के लिए प्रेरित किया.
कहा कि टेक्नोलॉजी और ऑटोमेशन में तेजी से बदलाव हो रहा है, समय के साथ चलने के लिए इसकी उपयोगिता को अपनाना होगा. कंटेंट हाइपर लोकल बने इसके लिए कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम (सीएमएस) पर बेहतर कमांड की जरूरत है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग की जानकारी भी रखनी होगी. इससे क्षेत्रीय कंटेंट को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय विस्तार मिल सकेगा.
हिमांशु गौतम
क्षेत्रीय भाषा के रोचक कंटेंट से बाजार में मिलेगी जगह
सफलता डॉट कॉम के संस्थापक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी हिमांशु गौतम ने 2023 में डिजिटल पब्लिशर की रणनीति, व्यवसाय व अवसर, मार्केटिंग और सेल्स ग्रोथ पर अपनी बातें रखी. उन्होंने कहा कि लोग इंटरनेट से तेजी से जुड़ रहे हैं. इससे इंटरनेट पर क्षेत्रीय भाषा में कंटेंट की मांग बढ़ रही है. इसे अपनाने वालों की संख्या में तेजी से विकास देखा जा रहा है. इससे प्रकाशक के पास क्षेत्रीय भाषा में डिजिटल स्पेस तैयार करने के अवसर बन रहे हैं.
ऐसे में रोचक तथ्यों के साथ लोगों को बेहतर कंटेंट मिले, तो वह प्रकाशक के आम और नियमित पाठक बनेंगे. इस बीच डिजिटल मार्केटिंग टीम को अपने यूजर के बीच से लिंक तैयार करना होगा, जो उनकी रुचि के अनुरूप उन्हें विकल्प दे और आनेवाले समय में डिजिटल वर्ल्ड में व्यवसाय को जगह दे सके. हिमांशु गौतम ने कहा कि इंटरनेट के जमाने में न्यूज पेपर अब महंगा माध्यम बन रहा है. ऐसे में प्रकाशक को अपने डिजिटल माध्यम को सशक्त करने की जरूरत है. रिपोर्टर और मार्केटिंग के लोगों को प्रकाशक और दर्शक की जरूरत का ध्यान रखकर कंटेंट पर काम करना होगा.
मनीष ढींगरा
डेटा साइंस से जान सकते हैं यूजर की पसंद-नापसंद
मीडियोलॉजी सॉफ्टवेयर के संस्थापक सह मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी मनीष ढींगरा ने डिजिटल फ्यूचर ट्रेंड फॉर पब्लिशर विषय पर अहम जानकारियां दी. उन्होंने कहा कि डिजिटल स्पेस में आगे बढ़ने के लिए डाटा एनालिटिक्स, फर्स्ट पार्टी डेटा यानी पहले दर्शक से बननेवाले लिंक और बात रखने के तौर तरीके में गुणवत्ता रखनी होगी. डेटा साइंस का इस्तेमाल कर दर्शकों और पाठकों की श्रेणी तैयार करनी होगी.
इससे यूजर की पसंद-नापसंद और यूजर के वेबसाइट से लौटने के कारण का पता लगाया जा सकेगा. समय रहते इसकी भरपायी करनी होगी. इसके लिए वेबसाइट को बेहतर बनाना होगा. भविष्य में वेबसाइट से यूजर का पीछा करना आसान होगा. ऐसे में टारगेट ऑडियंस को चिह्नित कर डिजिटल माध्यम से आय विकसित करनी होगी. डिजिटल उपभोक्ताओं को बनाये रखने के लिए उनकी जरूरत का खास ध्यान देना होगा.
कंटेंट को अलग-अलग आकार और स्वरूप से तैयार करने की जरूरत है, जो ध्यान खींच सके. उन्होंने कहा कि आनेवाला समय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) का होगा, जिसके साथ समन्वय स्थापित करने की तैयारी अभी से ही करनी होगी. डिजिटल स्पेस में बने रहने के लिए उपभोक्ताओं की अपेक्षाओं को समझना होगा.
प्रिंट और डिजिटल मीडिया में समन्वय जरूरी
इस दौरान प्रभात खबर के निदेशक समीर लोहिया ने डिजिटल और प्रभात खबर : परिवर्तन पर अपनी बातें रखीं. कहा कि बदलते दौर के साथ कदम मिलाने की जरूरत है. डिजिटल स्पेस आज के दौर में किसी भी संस्था के स्थापत्य को प्रमाणित कर रहा है. प्रिंट और डिजिटल मीडिया का समन्वय एक-दूसरे के व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए जरूरी है. इस बदलाव में कंटेंट, क्वालिटी और क्रेडिबिलिटी यानी विश्वसनीयता जरूरी है.
यहीं पाठकों को जोड़ेगा. प्रभात खबर के प्रधान संपादक आशुतोष चतुर्वेदी ने न्यू मीडिया की विश्वसनीयता को बनाये रखने के लिए कंटेंट की प्रामाणिकता पर विशेष जोर दिया़. साथ ही क्षेत्रीय स्तर से देशभर में पैठ जमाने के लिए वीडियो कंटेंट, वॉयस और वर्नाकुलर यानी मातृभाषा को प्राथमिकता देने के लिए प्रेरित किया. इस दौरान प्रभात खबर के कार्यकारी निदेशक आरके दत्ता, चीफ फाइनांस ऑफिसर आलोक पोद्दार और प्रभात खबर डिजिटल के संपादक आशीष दीप ने भी विचार दिये. कार्यशाला का संचालन कॉरपोरेट संपादक विनय भूषण ने किया.
इन्होंने जीते पुरस्कार
कार्यशाला के दौरान डिजिटल टीम के बीच प्रतियोगिताएं हुईं. इसमें वीमेंस हेल्थ पर डिजिटल प्लानिंग कर राज लक्ष्मी व टीम विजेता बनी. द्वितीय पुरस्कार लोकल इंटरटेनमेंट की प्लानिंग के लिए आदित्य व टीम को दिया गया.