रांची, सुनील कुमार झा : झारखंड सरकार द्वारा संचालित आकांक्षा कोचिंग सेंटर इन दिनों असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया है. कैंपस नशापान का सेंटर बना हुआ है. दिन भर नशेड़ी यहां बैठे रहते हैं. परिसर की चहारदीवारी टूटी हुई है. गार्ड जब नशेड़ियों का विरोध करता है, तो उसकी पिटाई कर दी जाती है. पिछले दिनों डर से एक सुरक्षा गार्ड ने काम करने से इनकार कर दिया. इस संबंध में अधिकारियों को जानकारी दी जाती रही है, पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. कैंपस में आये दिन चोरी होती रहती है. जेनरेटर की बैट्री से लेकर अन्य सामान की चोरी हो चुकी है. कोतवाली थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी है. इसे लेकर खुद शिक्षा सचिव के रवि कुमार रांची के उपायुक्त को पत्र लिख चुके हैं.
शिक्षा सचिव ने रांची डीसी को लिखा था पत्र
शिक्षा सचिव ने पिछले माह रांची उपायुक्त को पत्र लिखा था. उपायुक्त को लिखे पत्र में कहा गया है कि कैंपस की चहारदीवारी क्षतिग्रस्त है. इससे वहां असामाजिक तत्वों व स्थानीय युवक जुआ, नशापान व अन्य गैरकानूनी काम करते हैं. इस कारण छात्र-छात्राएं और यहां कार्यरत कर्मचारी हमेशा दहशत में रहते हैं. जिला स्कूल कैंपस के भवन और मुख्य मार्ग पर स्ट्रीट लाइट नहीं है. शाम होते ही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगने लगता है. शिक्षा सचिव ने कैंपस में सुरक्षा, बोरिंग व रोशनी की व्यवस्था करने का निर्देश उपायुक्त को दिया है. शिक्षा सचिव ने 15 मई को इस संबंध में उपायुक्त को पत्र लिखा था.
गार्ड व कर्मचारियों के साथ मारपीट
जिला स्कूल व आकांक्षा के गार्ड व कर्मियों के साथ आये दिन मारपीट की घटनाएं होती रहती है. 19 मई को दिन के चार बजे आकांक्षा के एक कर्मी को कमरे से बाहर निकाल कर पीटा गया था. दूसरे कर्मी द्वारा बीच-बचाव करने पर उसे भी शोहदे खींच कर कुछ दूर ले गये. वह जब गिड़गिड़ाने लगा तो उसे जान मारने की धमकी देकर छोड़ दिया गया. इस संबंध में कोतवाली थाना में प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी है. कई नशेड़ी युवक कर्मचारियों से पैसा भी मांगते हैं.
छात्राओं के लिए भी बन रहा छात्रावास
कैंपस में छात्राओं के रहने के लिए भी छात्रावास का निर्माण कार्य चल रहा है. इस वर्ष छात्रावास का निर्माण कार्य पूरा हो जायेगा. यदि इन नशेड़ियों व असामाजिक तत्वों पर अंकुश नहीं लगाया गया तो छात्राओं का रहना दूभर हो जायेगा.
डीइओ ने सीनियर एसपी को एक साल पहले लिखा था पत्र
कैंपस की सुरक्षा को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने एक साल पहले रांची के वरीय पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा था. इस संबंध में अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी. डीइओ द्वारा लिखे गये पत्र में कहा गया था परिसर में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है. इस कारण पठन-पाठन का कार्य बाधित होता है. कैंपस में लाइट की व्यवस्था को लेकर डीइओ ने नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त को पत्र लिखा था. आज तक निगम की ओर से कोई पहल नहीं की गयी है.
जानिए क्या है आकांक्षा योजना
आकांक्षा राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना हैं. इसका संचालन स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा किया जाता है. इसमें नामांकन के लिए झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा प्रवेश परीक्षा ली जाती है. सफल विद्यार्थियों को राज्य सरकार नि:शुल्क मेडिकल, इंजीनियरिंग व क्लैट की तैयारी कराती है. आकांक्षा का संचालन जिला स्कूल रांची के कैंपस में किया जाता है. आकांक्षा के माध्यम से तैयारी करनेवाले लगभग सौ विद्यार्थियों का अब तक आइआइटी, एनआइटी व मेडिकल कॉलेजों में दाखिला हो चुका है. इस वर्ष भी 32 विद्यार्थी जेइइ मेंस की परीक्षा में सफल हुए हैं.
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