अफगानिस्तान में फंसे झारखंड के बबलू की प्रभात खबर से बातचीत, बोले- कजाकिस्तान में भारतीय विमान, राज्य के 3 लोग

Indian aircraft in afghanistan, jharkhand in afghanistan : हो रही है गोलीबारी, दहशत में हैं विदेशी मूल के लोग, लगातार मांग रहे हैं दुआ. बबलू ने बताया, भारत से आये प्रतिनिधि ने जल्द वतन वापसी की उम्मीद दी है. काबुल के होटल से बबलू ने भेजी तस्वीर, जिसमें वह रांची के एक मित्र के साथ खड़ा है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 21, 2021 12:29 PM
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Prabhat Khabar Exclusive, Jharkhand afghanistan news रांची/धनबाद : अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट के समीप एक होटल में फंसे भारतीय सुरक्षित हैं. सभी वतन वापसी का इंतजार कर रहे हैं. आसपास के इलाके में गोलीबारी हो रही है और चारों तरफ दशहत का माहौल है. वे वतन वापसी के लिए दुआ मांग रहे हैं.

अफगानिस्तान में फंसे बोकारो के युवक बबलू ने फोन पर बताया कि फिलहाल झारखंड के तीन लोगों का पता चला है. इनमें दो लोग रांची से हैं. रांची के युवक की तस्वीर भी बबलू ने जारी की है. उसने बताया कि अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट के समीप एक होटल में लगभग 250 भारतीय भारत सरकार के प्रतिनिधि के अगले आदेश का इंतजार कर रहे हैं.

भारत से आये प्रतिनिधि ने यहां ठहरे भारतीयों को जानकारी दी है कि भारतीय विमान कजाकिस्तान के एयरपोर्ट में खड़ा है. काबुल एयरपोर्ट से लैंडिंग का आदेश मिलते ही विमान उतरेगा. वापसी को लेकर जल्द ही अच्छे समाचार मिलने की संभावना है. बबलू बोकारो के बेरमो, गांधीनगर में रहनेवाला है.

उपायुक्त ने प्रधान सचिव को लिखा पत्र :

इधर, प्रभात खबर में बबलू के अफगानिस्तान में फंसे होने का समाचार प्रकाशित होने के बाद सरकारी महकमा हरकत में आ गया है. स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी पहल शुरू की, बेरमो विधायक कुमार जयमंगल सिंह ने मुख्यमंत्री तथा विदेश मंत्री को ट्वीट कर बेरमो के बबलू की सुरक्षित वतन वापसी कराने का आग्रह किया है. उनकी पहल पर बोकारो उपायुक्त ने झारखंड के प्रधान सचिव एवं आपदा प्रबंधन विभाग को पत्र प्रेषित कर अफगानिस्तान में फंसे बबलू के सुरक्षित घर वापसी कराने में सहयोग करने की बात कही है.

किसी तालिबानी लड़ाके से मुलाकात नहीं

बबलू ने बताया कि एयरपोर्ट के आसपास अब भी रह-रह कर गोलीबारी हो रही है. एयरपोर्ट के बाहर काफी संख्या में महिलाएं व बच्चे जमे हुए हैं, जो अफगानिस्तान छोड़ना चाह रहे हैं, इसी को लेकर वहां अफरातफरी की स्थिति है. कहा कि अब तक किसी भी तालिबानी लड़ाके से मुलाकात नहीं हुई है. खाने-पीने की व्यवस्था के संबंध में पूछने पर बबलू ने बताया कि खाने की व्यवस्था बाहर से ही गेस्ट हाउस में करनी पड़ रही है. जितने भारतीय यहां ठहरे हैं, सभी अपने-अपने गेस्ट हाउस से खाने-पीने की व्यवस्था कर रहे हैं.

Posted By : Sameer Oraon

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