रांची : किसी भी मंच पर हिंदी को लेकर असहज महसूस नहीं करें. शर्म नहीं करें कि अंग्रेजी नहीं आती है. सबसे पहले शर्म को त्यागें और गर्व से हिंदी का प्रयोग करें. हम सभी मिलकर हिंदी का प्रचार-प्रसार करेंगे, तो परिणाम बेहतर आयेगा. हिंदी का सरल अनुवाद जरूरी है. आसान शब्दों पर काम हो, ताकि अधिक-से-अधिक लोग इससे जुड़ें. ये बातें प्रभात खबर के कार्यकारी संपादक अनुज कुमार सिन्हा ने कहीं. वे शुक्रवार को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (इपीएफओ) की ओर से इपीएफओ कार्यालय में आयोजित हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे.
हिंदी में हल्के और सरल भाषा का प्रयोग करें :
श्री सिन्हा ने कहा कि हिंदी में हल्के और सरल भाषा का प्रयोग करें. दुर्भाग्य है कि आजादी के बाद भी हिंदी पखवाड़ा मना रहे हैं. कहीं-न-कहीं कमियां हैं. महात्मा गांधी ने सबसे पहले कहा था कि देश को आजाद कराना है, तो हिंदी को आगे बढ़ाना होगा. कई भाषा कठिन होती है, लेकिन अध्ययन में पाया गया है कि हिंदी सीखने में सबसे आसान है. इस दौरान अध्यक्षीय भाषण असिस्टेंट पीएफ कमिश्नर अभिमन्यु कुमार ने दिया. वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी एमबी टोपनो ने कहा कि भाषा को लेकर गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलनी होगी. हिंदी राष्ट्रीय एकता को जोड़ने में सहायक है. वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी भवेश कुमार गुप्ता ने कहा कि हिंदी का प्रयोग दैनिक कार्यकलापों में जरूर करना चाहिए. हिंदी भाषा का संबंध हमारे आत्मसम्मान और अस्मिता से जुड़ा हुआ है. इस दौरान स्टाफ सदस्यों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किये. मौके पर लेखा अधिकारी सुजीत कुमार मौजूद थे. धन्यवाद ज्ञापन साधना ने किया.
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पखवाड़े के दौरान टिप्पण एवं आलेखन : मनोज कुमार प्रथम, रामनरेश प्रसाद द्वितीय, संतोष वर्मा तृतीय, पंकज कुमार प्रोत्साहन. विचार प्रतियोगिता : ब्रजेश कुमार प्रथम, राकेश सहाय द्वितीय, ललन यादव तृतीय, रूमन कुमारी प्रोत्साहन. निबंध प्रतियोगिता : संतोष वर्मा प्रथम, रिजवान आलम द्वितीय, सुनील कुमार तृतीय, ज्ञानेश्वर सिंह प्रोत्साहन.
राजभाषा : दिलीप कुमार प्रथम, दिनेश नारायण द्वितीय, रिजवान आलम तृतीय, मनोज कुमार प्रोत्साहन पुरस्कार. इस दौरान कंप्यूटर पर हिंदी का प्रयोग, तत्क्षण भाषण प्रतियोगिता, गीत-संगीत गायन प्रतियोगिता के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया.