Prabhat Khabar Special: झारखंड में सूखा राहत के लिए आ रहे फर्जी आवेदन, 5 लाख से अधिक को किया रिजेक्ट

झारखंड में सूखा राहत के लिए आ रहे आवेदन में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है. राज्य में पांच लाख आवेदन को रिजेक्ट किया गया है. सबसे अधिक पाकुड़ जिले में 74 हजार से अधिक आवेदन को रिजेक्ट किया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 13, 2023 3:01 AM

रांची, मनोज सिंह : सूखा राहत के लिए कराये गये ऑनलाइन आवेदन में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी और फर्जीवाड़ा होने की आशंका सरकार को है. इसको राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है. कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग ने जहां भी गड़बड़ी की आशंका है, उसकी जांच कराने को कहा है. पाकुड़ जिले में कराये गये जांच में भूमिहीन किसान की श्रेणी (सी) में किये गये 80 हजार आवेदन में 74 हजार गलत पाये गये हैं. वहां इस श्रेणी में मात्र तीन हजार के आसपास आवेदन ही सही पाये गये हैं. इसके बाद सरकार ने कई जिलों को आवेदन का भौतिक सत्यापन करने को कहा है. पाकुड़ जिला प्रशासन ने प्राप्त आवेदन में दिये गये आधार कार्ड के पता का सत्यापन कराया था. इसमें 70 हजार से अधिक पते पर लोग नहीं मिले हैं. जिला प्रशासन ने इसकी जानकारी कृषि विभाग को दे दी है. सी कैटगरी में कुल 6.13 लाख के आसपास आवेदन आया था. इसमें करीब दो लाख आवेदन रिजेक्ट हो गये हैं. पाकुड़ के अतिरिक्त साहेबगंज और पलामू में भी बड़ी संख्या में आवेदन रिजेक्ट हुए हैं. साहेबगंज में भी उधवा प्रखंड में सबसे अधिक आवेदन किया गया था. वहां भी 90 फीसदी से अधिक आवेदन रिजेक्ट कर दिया गया है.

कुल 33 लाख से अधिक आवेदन हुए हैं सूखा राहत के लिए

खरीफ के मौसम में राज्य के 22 प्रखंड के 226 जिलों में सूखा पड़ गया था. राज्य सरकार ने कैबिनेट से इन प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित कर दिया है. इसके आलोक में सूखा प्रभावित किसानों से ऑनलाइन आवेदन करने को कहा गया था. इसमें अब तक 33 लाख से अधिक किसानों ने आवेदन कर दिया है. दो जिलों (सिमडेगा और प सिंहभूम) को सूखाग्रस्त घोषित नहीं किया गया था. राज्य सरकार ने तीन श्रेणी में किसानों का आवेदन जमा कराया है. ए कैटेगरी में वैसे किसानों ने आवेदन किया है, जिनके खेतों में रोपा नहीं हो पाया है. बी कैटेगरी में वैसे किसानों को रखा गया था, जिनका 33 फीसदी से अधिक खेतों में धान नहीं लग पाया था. सी कैटगरी में वैसे किसानों को रखा गया था, जिनके पास अपनी जमीन नहीं है. इनको भूमिहीन किसान की श्रेणी में रखा गया था. इस श्रेणी में आवेदन के लिए जमीन के कागजात की जरूरत नहीं थी. सूखा राहत देने के लिए राज्य सरकार ने प्रति किसान तत्काल राहत के रूप में 3500 रुपये दिया है. केंद्र सरकार से 9500 करोड़ रुपये की मांग की गयी है. यह राशि प्राप्त होने पर किसानों को सहायता दी जायेगी.

किस श्रेणी में कितना आवेदन और रिजेक्ट

कैटगरी : आवेदन : रिजेक्ट

ए : 17,50,470 : 2,03,200

बी : 9,99,590 : 1,06,020

सी : 6,13,085 : 1,95,550

कैटेगरी सी में आवेदन और रिजेक्ट

जिला : आवेदन : रिजेक्ट

बोकारो : 1,56,22 : 4,948

चतरा : 5,087 : 746

देवघर : 10,536 : 1,724

धनबाद : 16,414 : 06

दुमका : 10,612 : 4,948

गढ़वा : 40,915 : 6,097

गिरिडीह : 43,134 : 3,517

गोड्डा : 79,412 : 20,666

गुमला : 6,685 : 283

हजारीबाग : 18,644 : 6,551

जामताड़ा : 6,694 : 793

खूंटी : 4,908 : 4,170

लातेहार : 11,656 : 2,147

लोहरदगा : 5,324 : 4,315

पाकुड़ : 80,206 : 74,213

पलामू : 35,078 : 13,794

रामगढ़ : 17,378 : 343

रांची : 20,003 : 9,654

साहेबगंज : 1,47,843 : 30,809

सरायकेला- खरसांवा : 17,858 : 4,008

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पाकुड़ में 74 हजार से अधिक आवेदन रिजेक्ट हुए : पाकुड़ डीसी

इस संबंध में पाकुड़ के उपायुक्त वरुण रंजन ने बताया कि कैटगरी सी में हुए आवेदन की संख्या को लेकर कुछ शक था. वरीय अधिकारियों से दिशा-निर्देश मिलने के बाद आधार नंबर के आधार पर पते का वेरीफिकेशन कराया गया. इसमें बड़ी संख्या में आवेदन रिजेक्ट किये गये. कई आवेदन फर्जी थे. इस कारण आवेदन रिजेक्ट किया गया है.

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