Special Story: पिता के निधन के बाद भी नहीं हारी हिम्मत, मेहनत कर सफल किसान बने बैजनाथ

ओरमांझी प्रखंड की पांचा पंचायत के मतातू बरवाटोली निवासी बैजनाथ महतो ने आज एक सफल किसान के रूप में अपनी पहचान बना ली है. वर्ष 1992 में पिता के निधन के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो गयी. लेकिन, उन्होंने हार नहीं मानी. मेहनत की और आज एक मुकाम पर हैं. पढ़िए विशेष स्टोरी..

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 24, 2022 3:29 PM

सरोज कुमार तिवारी

Ranchi News: ओरमांझी प्रखंड की पांचा पंचायत के मतातू बरवाटोली निवासी बैजनाथ महतो ने आज एक सफल किसान के रूप में अपनी पहचान बना ली है. वर्ष 1992 में पिता के निधन के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो गयी. लेकिन, उन्होंने हार नहीं मानी. खेती करने की सोची. उनकी 30 एकड़ जमीन डैम निर्माण में चली गयी थी. सरकार से मिले मुआवजे और कुछ राशि मिला कर तीन एकड़ जमीन खरीद कर खेती शुरू की. वर्तमान में वे 35 एकड़ में ड्रिप इरिगेशन से खेती कर रहे हैं. 25 एकड़ जमीन उनकी है और 10 एकड़ जमीन लीज पर ली है. आधुनिक खेती की जानकारी के लिए वह छत्तीसगढ़ भी गये थे.

फॉर्म में 50 महिलाओं को दिया है रोजगार

बैजनाथ महतो के फॉर्म में 50 महिला मजदूर काम कर रही हैं. श्री महतो ने बताया कि महिलाएं खेती से जुड़ कर आत्मनिर्भर बनी हैं. कई महिलाएं खेती की तकनीक सीख कर अपनी जमीन पर खेती कर अच्छी आमदनी कर रही हैं. फॉर्म हाउस में मुख्यत: शिमला मिर्च, गोभी, खीरा, टमाटर, करेला, पटल समेत अन्य सब्जियों की खेती होती है. वहीं, बैजनाथ महतो से खेती की जानकारी लेने के लिए बिहार, बंगाल और ओड़िशा से भी किसान आते हैं.

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दिल्ली आइसीआर ने किया सम्मानित

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आइसीआर) ने उनकी बेहतर खेती करने पर सम्मानित किया है. उनके फॉर्म हाउस की सब्जियां बोकारो, धनबाद, फुसरो समेत बिहार, बंगाल, ओड़िशा, असम समेत अन्य प्रदेशों में भी भेजी जाती हैं. बैजनाथ महतो ने कहा कि अभी तीन एकड़ जमीन पर जैविक विधि से खेती की जा रही है, भविष्य में पूरी 35 एकड़ जमीन में जैविक खेती करने की योजना है.

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