रांची़ गुरु गोबिंद सिंह महाराज के 358वें प्रकाश पर्व पर आयोजित दो दिवसीय समागम रविवार को संपन्न हो गया. रातू रोड में गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सत्संग सभा द्वारा सजाये गये तीसरे और अंतिम दीवान की शुरुआत सुबह 11 बजे हुई. स्त्री सत्संग सभा ने खालसा मेरो रूप है…, तहीं प्रकाश हमारा भयो पटना शहर विखे भव लयो… शबद गायन किया. हजूरी रागी महिपाल सिंह ने राजन के राजा महाराजन के महाराजा…, वाहो वाहो गोबिंद सिंह जी कलगीयां वाले गोबिंद सिंह जी… शबद गायन कर संगत को निहाल किया.
ज्ञानी जिवेंदर सिंह ने कथा वाचन किया
गुरुद्वारा के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी जिवेंदर सिंह ने कथा वाचन किया. सिख पंथ के प्रसिद्ध कीर्तनी जत्था गुरमन प्रीत सिंह दिल्ली वाले ने इन्हीं की कृपा से सजे हम हैं, नहीं मो सो गरीब करोर पड़े हैं…, ओहना के मुख सदा उजले ओहना नु सब जगत करे नमस्कार…,मितर प्यारे नु हाल मुरीदां दा कहना… जैसे कई शबद गायन किये. सत्संग सभा के प्रधान द्वारका दास मुंजाल एवं सचिव अर्जुन देव मिढ़ा ने गुरमन प्रीत सिंह एवं साथियों को गुरु घर का सरोपा ओढ़ाकर सम्मानित किया. सत्संग सभा के सचिव अर्जुन देव मिढ़ा ने स्त्री सत्संग सभा की सेवा की विशेष प्रशंसा की. वहीं रक्तदान शिविर में 29 लोगों ने रक्तदान किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है