President Election 2022: झारखंड में NDA का पलड़ा भारी, द्रौपदी मुर्मू के सहारे ग्राफ बढ़ाने की कोशिश

राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ चुकी है. दोनों का संबंध झारखंड से है. ऐसे में राज्य में भी इसे लेकर हलचल बढ़ चुकी है. वोटों के लिहाज से देखें तो एनडीए का पलड़ा भारी है

By Prabhat Khabar News Desk | June 23, 2022 8:27 AM

रांची : 18 जुलाई को होनेवाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगरमी बढ़ी है़ राजग की ओर से द्रौपदी मुर्मू, तो यूपीए की ओर से यशवंत सिन्हा उम्मीदवार हैं. दोनों झारखंड से जुड़े हैं. भाजपा ने आदिवासी कार्ड खेला है. पहली बार देश में किसी आदिवासी महिला को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया है़ झामुमो के लिए राष्ट्रपति चुनाव धर्म संकट सा होगा़ झारखंड में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटों की गणित में भाजपा खेमा आगे है़ राज्य में भले ही भाजपा बहुमत में नहीं है, लेकिन राष्ट्रपति चुनाव के लिहाज से ज्यादा वोट है.

राज्य में एक विधायक के वोट का मूल्य 176 है, वहीं देश भर में सांसदों के वोट का मूल्य 700 है़ भाजपा के पास आजसू व राज्यसभा सांसद मिलाकर सांसद की संख्या ज्यादा है़ आजसू के दो विधायकों व सांसद के वोट व निर्दलीय दो विधायक का समर्थन हासिल कर लिया, तो उसके पास 16480 मूल्य के वोट होंगे. वहीं यूपीए अगर एकजुट रहा, तो भी झामुमो, कांग्रेस, राजद, एनसीपी और माले को मिला कर 11600 वोट होंगे.

झारखंड का मान बढ़ाया : भाजपा

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद दीपक प्रकाश ने कहा है कि राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बना कर केंद्र की लोकप्रिय सरकार ने साबित कर दिया है कि आदिवासियों के विकास व मान-सम्मान के लिए समर्पित है़ पार्टी ने ऐतिहासिक काम किया है़ झारखंड का मान-सम्मान बढ़ा है. आदिवासी विकास की बात करनेवाली सारी ताकतों को साथ आना चाहिए़.

माटी और आदिवासी सबका ख्याल है : झामुमो

झामुमो के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि अभी प्रत्याशी की घोषणा हुई है. पार्टी बैठक कर निर्णय लेगी़ हमें माटी और आदिवासी सबका ख्याल है. हमें भाजपा के ज्ञान की जरूरत नहीं है़ आदिवासियों को लेकर किसने क्या किया, सब जानते है. द्रौपदी मुर्मू और यशवंत सिन्हा दोनों ही झारखंड से जुड़े हैं. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि झामुमो ने झारखंडी मूल्यों व आदिवासी-मूलवासी के हक-अधिकार से कभी समझौता नहीं किया.

आंकड़ों से समझें झारखंड के वोट का गणित

176- एक विधायक के वोट का मूल्य

700- एक सांसद के वोट का मूल्य

352- आजसू के पास दो विधायक का वोट

176- माले का एक विधायक

28256- झारखंड में 81 विधायक व 20 सांसद (14 लोकसभा-छह राज्यसभा मिलाकर)

176 एनसीपी का एक विधायक

176 राजद का एक विधायक

6680 झामुमो के पास जो वोट हैं, 30

विधायक व दो सांसद (लोकसभा – राज्यसभा सांसद मिला कर)

4392 कांग्रेस के पास जो वोट है, 17

विधायक व दो सांसद (लोकसभा राज्यसभा सांसद मिला कर)

15776- भाजपा के पास जो वोट है, 26 विधायक व 16 सांसद (लोकसभा – राज्यसभा सांसद व आजसू के सांसद चंद्रपक्राश चौधरी को मिला कर)

352 निर्दलीय दो विधायक

यूपीए एकजुट रहा तो, उसके पास होंगे ये वोट : झामुमो, कांग्रेस, राजद, एनसीपी और माले : 11600

एनडीए के पास जो वोट हैं, भाजपा, आजसू और निर्दलीय का साथ मिला तो : 16480

राष्ट्रपति चुनाव पर पार्टी निर्णय लेगी : हेमंत सोरेन

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को प्रोजेक्ट भवन में मीडिया से कहा कि राष्ट्रपति चुनाव पर पार्टी ही निर्णय लेगी. जैसा पार्टी का निर्णय होगा, वैसा वह करेंगे.

रिपोर्ट- आनंद मोहन

Next Article

Exit mobile version