रांची : झारखंड में कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच की दरों में भारी कटौती की गयी है. राज्य की हेमंत सोरेन सरकार ने रैपिड एंटीजेन टेस्ट किट से जांच की दर 550 रुपये तय कर दी है. इससे ज्यादा पैसे लेने पर जांच करने वाली प्रयोगशाला के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग ने सोमवार (28 सितंबर, 2020) को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है.
स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने एक आदेश जारी कर कहा है कि इस वक्त रैपिड एंटीजेन टेस्ट किट से जांच के लिए निजी प्रयोगशालाओं की दर तय कर दी गयी है. कोई भी लैब आइसीएमआर एवं राज्य सरकार द्वारा तय राशि से ज्यादा पैसे नहीं ले सकता. आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी.
श्री कुलकर्णी ने अपने आदेश में कहा है कि एंटीजेन टेस्ट किट से जांच के लिए 550 रुपये (पीपीइ किट शुल्क एवं सभी कर सहित) निर्धारित किया गया है. आदेश में यह भी कहा गया है कि रैपिड एंटीजेन टेस्ट किट से जांच में निगेटिव आये सभी सिम्पटोमैटिक मरीजों की जांच आरटी-पीसीआर से करना अनिवार्य है. जिला सिविल सर्जन सभी लैब की निगरानी करेंगे.
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव श्री कुलकर्णी ने इस संबंध में जो दिशा-निर्देश जारी किये हैं, उसमें कहा गया है कि प्राइवेट लैब ने यदि रैपिड एंटीजेन टेस्ट किट से जांच करने के एवज में किसी भी व्यक्ति से 550 रुपये से अधिक की वसूली की या बताये गये किसी अन्य प्रावधान का उल्लंघन किया, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी.
आदेश में कहा गया है कि संबंधित प्रयोगशाला को झारखंड राज्य एपिडेमिक डिजीज (कोविड-19) रेगुलेशन, 2020 के तहत दोषी पाया जायेगा और इस कानून के प्रावधानों का उल्लंघन मानते हुए नियम के अनुरूप कानूनी कार्रवाई की जायेगी. यहां बताना प्रासंगिक होगा हाल ही में झारखंड में कोरोना जांच की दर 2,500 रुपये से घटाकर 1,500 रुपये की गयी थी.
Posted By : Mithilesh Jha
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