गीला कचरा कम मिलने से प्लांट संचालन में परेशानी
घरों से निकलने वाले इस कचरे का निष्पादन बेहतर तरीके से हो, इसके लिए नगर निगम ने झिरी में गीला कचरा के निस्तारण के लिए प्लांट लगाया है.
रांची. रांची शहर में 2.30 लाख मकान हैं. इन मकानों से रोज 600 टन कचरा निकलता है. घरों से निकलने वाले इस कचरे का निष्पादन बेहतर तरीके से हो, इसके लिए नगर निगम ने झिरी में गीला कचरा के निस्तारण के लिए प्लांट लगाया है. वर्तमान में 150 टन की क्षमता वाले इस प्लांट को चलाने के लिए निगम को रोज कम से कम 50 टन गीला कचरा की जरूरत है. वहीं दूसरी ओर निगम को इसके एवज में घरों से मात्र 25 टन गीला कचरा ही मिल रहा है. गीला कचरा की कमी से प्लांट का संचालन बेहतर तरीके से नहीं हो रहा है. इसे देखते हुए नगर निगम ने शहर के सभी बड़े प्रतिष्ठानों के यहां डोर टू डोर अभियान चलाने का निर्देश दिया है.
अधिकतर बड़े प्रतिष्ठान पिगरी को दे रहे गीला कचरा
नगर निगम द्वारा हाल ही में शहर के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का सर्वे कराया गया. इस सर्वे में यह बात सामने आयी कि मेन रोड, हरमू रोड, बरियातू रोड सहित रातू रोड के बड़े प्रतिष्ठान अपने कचरे को पिगरी को दे देते हैं. नतीजा रांची नगर निगम के कूड़ा वाहनों को गीला कचरा नहीं मिलता है.
408 प्रतिष्ठानों की सूची बनायी, 48 टीमों को लगाया
शहर के बड़े प्रतिष्ठान अपने यहां से निकलने वाले गीला कचरा को निगम को ही दें, इसके लिए निगम द्वारा 408 प्रतिष्ठानों की सूची बनायी गयी है. ये वे प्रतिष्ठान हैं, जहां से निगम को गीला कचरा नहीं मिलता है. इन प्रतिष्ठानों को समझाने के लिए 48 टीम का गठन भी किया गया है. अगले एक माह तक निगम की टीम ऐसे प्रतिष्ठानों को समझायेगी कि वह अपने यहां से निकलने वाले गीला कचरा को निगम को ही दें. नहीं तो निगम ऐसे प्रतिष्ठानों पर विधिसम्मत कार्रवाई करेगा. इसके लिए नगर निगम की ओर से टीम को जरूरी दिशानिर्देश दिये गये हैं.
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