रांची. रांची महाधर्मप्रांत के विश्वासियों ने रविवार को ख्रीस्त राजा पर्व के अवसर पर भव्य शोभायात्रा निकाली. शोभायात्रा के केंद्र में आर्चबिशप विसेंट आईंद थे, जो एक सजे हुए वाहन पर पवित्र सक्रामेंत के साथ सवार थे. यह पवित्र सक्रामेंत प्रभु यीशु मसीह की उपस्थिति का द्योतक माना जाता है. उनके साथ सोसाइटी ऑफ जीसस के प्रोंविशियल फादर अजीत खेस और संत मरिया महागिरजाघर के पल्ली पुरोहित फादर आनंद डेविड भी थे. ख्रीस्त राजा के जयकारे के साथ शोभायात्रा दिन के एक बजे पुरुलिया रोड स्थित संत मरिया महागिरजाघर से निकली. शोभायात्रा सर्जना चौक, मेन रोड और अलबर्ट एक्का चौक होते हुए लालपुर चौक, डंगराटोली चौक होकर पुरुलिया रोड स्थित लोयला मैदान पहुंची. लोयला मैदान में आर्चबिशप और अन्य पुरोहितों ने हजारों विश्वासियों की उपस्थिति में धर्मविधि संपन्न करायी गयी.
36 समूहों के लोग शोभायात्रा में हुए शामिल
शोभायात्रा में रांची महाधर्मप्रांत के 36 से ज्यादा समूहों के लोग शामिल थे. इनमें विभिन्न पल्लियों के लोग, शिक्षण संस्थान और टोलों-मोहल्लों के विश्वासी शामिल थे. सबसे आगे क्रूस और कैंडल लिये हुए युवा चल रहे थे. उनके पीछे रंगबिरंगे झंडों को लेकर लोग ख्रीस्त राजा की जय, ख्रीस्त हमारा राजा है.. जैसा जयकारा लगाते चल रहे थे. वहीं हाथों में क्रूस और कैंडल लिये क्रूसवीर बच्चों व सफेद पोशाक में बच्चियों का समूह था. इसके अलावा फूलों से सजी हुई कई पालकी थी, जिस पर ख्रीस्त राजा की मूर्ति थी. संत अलोइस इंटर कॉलेज की जीवंत झांकी में यीशु मसीह को बैठे दिखाया गया. कई लोग हाथों में बैनर व तख्तियां लिये हुए थे, जिसमें ख्रीस्त राजा की जय का जयकारा लिखा हुआ था.
स्वागत में लगाये गये थे पोस्टर
शोभायात्रा के स्वागत में पुरुलिया रोड के सभी मसीही संस्थानों के गेट पर बड़े-बड़े पोस्टर लगाये गये थे. इन पोस्टरों में यीशु ख्रीस्त को सिंहासन पर बैठे दर्शाया गया था. इसके अलावा जगह-जगह पर बनी झांकियां भी आकर्षण का केंद्र थीं. इन झांकियों में यीशु की शिक्षा, उनके संदेश और बाइबल की घटनाओं के दृष्टांत को दर्शाया गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है